उत्तर प्रदेशलखनऊ

IPL 2024: BCCI के केंद्रीय अनुबंध से हटाए जाने और रणजी ट्रॉफी विवाद पर ईशान किशन ने तोड़ी चुप्पी, कही यह बात

ईशान ने बीसीसीआई के साथ-साथ चयनकर्ता और हेड कोच राहुल द्रविड़ की सलाह की अनदेखी की और कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ आईपीएल की तैयारी करने का फैसला किया था। अब इस पूरे मामले पर से ईशान ने पर्दा हटाया है।

आईपीएल 2024 के 25वें मैच में मुंबई इंडियंस ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सात विकेट से हरा दिया। ईशान ने 34 गेंद में 69 रन बनाकर मुंबई को 197 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में मदद की। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए ईशान ने आईपीएल शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले हुए विवादों पर से पर्दा हटाया। दरअसल, ईशान को बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंध से हटा दिया था। साथ ही बीसीसीआई की चेतावनी के बावजूद वह रणजी ट्रॉफी नहीं खेले थे। ऐसे में भारतीय टीम में उनका भविष्य सवालों के घेरे में था।

ईशान मानसिक थकान के कारण दक्षिण अफ्रीका सीरीज बीच में छोड़कर वापस लौट गए थे। इसके बाद न तो अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज और न ही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए खुद को उपलब्ध बताया था। ऐसे में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने ईशान को भारतीय टीम में वापसी के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने की सलाह दी थी। हालांकि, ईशान ने इसकी अनदेखी की और कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ आईपीएल की तैयारी करने का फैसला किया। बीसीसीआई ने फिर ईशान के साथ-साथ श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई के वार्षिक अनुबंध से बाहर कर दिया था।

 

अब इस पूरे विवाद पर ईशान किशन ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं अभ्यास कर रहा था। जब मैंने खेल से थोड़ा खुद के लिए समय निकाला तो लोग काफी बातें कर रहे थे। सोशल मीडिया पर कई बातें आईं, लेकिन आपको यह भी महसूस करना चाहिए कि कई चीजें खिलाड़ियों के हाथ में नहीं होती हैं।’

ब्रेक के दौरान मेरी मानसिकता में आया बदलाव’

ब्रेक के दौरान ईशान की मानसिकता में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने खेल के प्रति अपने दृष्टिकोण में बदलाव किया है। इसमें खास तौर पर करियर में सबकुछ बिगड़ जाने पर खुद को कैसे संभाला जाए, वह भी सीखा है। ईशान ने कहा, ‘केवल एक चीज जो आप कर सकते हैं, वह है समय का सही उपयोग। साथ ही यह कि इस खास स्थिति में अगर पिछला वाला ईशान किशन होता तो उसकी मानसिकता क्या होती। मैं पहले दो ओवरों में कभी भी गेंद नहीं छोड़ता था। भले ही वे कितनी भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हों।’

एक टीम के रूप में कैसे खेलना है, यह मैंने सीखा’

ईशान ने कहा- अब समय के साथ मैंने सीखा है कि 20 ओवर भी बड़ा मैच है। आप अपना समय ले सकते हो और आप आगे बढ़ सकते हो। भले ही हम मैच हार गए हों, लेकिन हम एक टीम के रूप में मिलकर काम करना चाहते हैं। मेरे अंदर बदलाव आए हैं जैसे कि अगर मैं प्रदर्शन नहीं कर रहा हूं और अगर मुझे पता है कि कोई और प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो मैं उनसे बात करता हूं। मैं जानना चाहता हूं कि वे क्या सोच रहे हैं। इसलिए इन चीजों ने ब्रेक के दौरान मेरी मदद की।

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