कामदा एकादशी: बांकेबिहारी मंदिर में सजाया गया भव्य फूल-बंगला, तस्वीरों और वीडियो में देखें अलौकिक छटा

तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में शुक्रवार को कामदा एकादशी धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। भारी भीड़ के कारण मंदिर की व्यवस्थाएं ध्वस्त नजर आईं। धक्का-मुक्की के बीच श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिल पाया।
शुक्रवार को चैत्र शुक्ल की एकादशी पर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में पहला भव्य फूल बंगला सजाया गया। आज से मंदिर में निरंतर 107 दिन तक सुबह और शाम की बेला में फूल बंगले सजेंगे। इन फूल बंगलों के लिए देश के कई शहरों से तरह-तरह के फूल लाए जाएंगे।
श्रीबांकेबिहारी मंदिर की प्राचीन धर्म परंपरा के अनुसार, हिंदी माह चैत्र की कामदा एकादशी से ठाकुर जी को शीतलता प्रदान की जाएगी। इसके लिए तरह-तरह के पुष्पों, मेवा, फल आदि की दिव्य झांकियां और बंगले बनाए जाएंगे। इससे ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने की सेवा शुरू की जाएगी।
पुष्प और लता-पताओं से सेवित करने की परंपरा देवकाल से चली आ रही है। अब इस परंपरा ने फूल बंगलों का रूप ले लिया है। 19 अप्रैल शुक्रवार को कामदा एकादशी से लेकर सावन मास की अमावस्या चार अगस्त तक प्रभु को सुगंधित पुष्पों से सुसज्जित किया जाएगा।
सुबह दर्शन के लिए मंदिर के पट खुलने के साथ ही जनसैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर निकास द्वार तक लोगों की भीड़ ही भीड़ दिखाई दी। जैसे-जैसे दिन चढ़ा मंदिर के पहुंच वाले सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के कारण जाम हो गए।
फूल बंगले की सेवा के साथ ही सेवायत गोस्वामी अपने लाडले आराध्य बांकेबिहारी महाराज को पद गायन कर रिझाएंगे। इन पदों में चरणन की सेवा भई तुलसी चंदन फूल, श्री स्वामी हरिदासजी गए प्रेममय भूल…। प्रभु को बंगलाओं से सेवित करने के लिए देश-विदेश के भक्तजन छह माह पहले से ही इंतजार करने लगते हैं। वह अपनी सेवा के लिए बुकिंग करा रहे हैं।