Gorakhpur News: गोरखपुर में इस वजह से विरोध के बीच रिंग रोड का काम रुका, दो दिन का दिया मौका

39 करोड़ की लागत से प्राधिकरण रामगढ़ताल किनारे पैडलेगंज से स्मार्ट व्हील मोहद्दीपुर तक 2.66 किमी और वहां से सहारा एस्टेट तक 4 किमी तक रिंग रोड का निर्माण करा रहा है। प्रथम चरण में दो लेन की सड़क का निर्माण किया जाना है। परियोजना के तहत ताल किनारे डेढ़ मीटर का फुटपाथ बना रेलिंग लगाई जाएगी। इसके अलावा यहां जीडीए अलग से रिवर फ्रंट भी विकसित करेगा।
गोरखपुर। स्थानीय लोगों के विरोध पर सहारा एस्टेट के पास से मंगलवार को शुरु हुआ रामगढ़ताल रिंग रोड की मिट्टी भराई का काम गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) को रोकना पड़ा। कई काश्तकारों की ओर से रिंग रोड में आने वाली जमीन को खुद की जमीन बताने के दावे पर प्राधिकरण की टीम ने सभी को दो दिन के भीतर अभिलेख प्रस्तुत करने के निर्देश दिया है।
साथ ही चेतावनी भी दी है कि इस समयावधि के बाद प्राधिकरण रिंग रोड बनाने का काम फिर से शुरू करेगा और विरोध करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
39 करोड़ की लागत से प्राधिकरण, रामगढ़ताल किनारे पैडलेगंज से स्मार्ट व्हील मोहद्दीपुर तक 2.66 किमी और वहां से सहारा एस्टेट तक 4 किमी तक रिंग रोड का निर्माण करा रहा है। प्रथम चरण में दो लेन की सड़क का निर्माण किया जाना है।
परियोजना के तहत ताल किनारे डेढ़ मीटर का फुटपाथ बना रेलिंग लगाई जाएगी। इसके अलावा यहां जीडीए, अलग से रिवर फ्रंट भी विकसित करेगा। पैडलेगंज से स्मार्ट व्हील तक काम तकरीबन पूरा होने के बाद मंगलवार से सहारा एस्टेट की ओर से मिट्टी डालकर रिंग रोड का काम शुरू किया जाना था।
जैसे ही मिट्टी लेकर डंपर मौके पर पहुंचा, स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। सूचना पाकर पुलिस बल के साथ पहुंचे जीडीए के अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार और सहायक अभियंता एके तायल ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।
प्राधिकरण के मुताबिक स्थानीय लोगों की ओर से अभिलेख भी नहीं प्रस्तुत किया जा सका। इसपर उन्होंने काश्तकारों को जमीन से जुड़े राजस्व अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए दो दिन की मोहलत दी। साथ ही चेताया कि अभिलेख नहीं दिखा पाने की दशा में पुलिस बल की मौजूदगी में रिंग रोड निर्माण शुरू किया जाएगा।
उधर विरोध कर रहे लोगों में से एक डा. शशांक ने कहा कि प्राधिकरण जबरन उनकी जमीन में बिना मुआवजा दिए सड़क बना रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनका मामला अदालत में भी लंबित है, इसे लेकर वह सभी जरूरी अभिलेखों व अन्य साक्ष्यों के साथ प्राधिकरण उपाध्यक्ष से मिलेंगे।