किछौछा क्षेत्र में एक महिला के साथ हुआ सामूहिक बलात्कार
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर दर्ज मामला

मुकुल कुमार गौतम
जिला क्राइमरिपोर्टर अंबेडकर नगर
दैनिक जस्ट एक्शन
अंबेडकरनगर
बसखारी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत सैयद हजरत मखदूम अशरफ सिमनानी की पवित्र स्थली है जहां पर प्रदेश ही नहीं देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आवागमन जारी रहता है भारी संख्या में लोगों का जमावड़ा रहता है रूहानी इलाज के लिए प्रसिद्ध इस स्थान पर लोग दुख के मारे आते हैं और रूहानी इलाज से खुद को ठीक होने की उम्मीद में रूहानी इलाज के नाम पर फर्जी और बलात्कारी मौलानाओं के चक्कर में फस जाते हैं। हाल ही में बीते दिनों की घटना है जब एक ढोंगी मौलाना के चक्कर में बाहर से आई एक महिला फस गई रूहानी इलाज के नाम पर अपने ही किराए पर चला रहे मकान में कमरे में ले जाता है और परिवारजनों को बाहर कर, उसका रूहानी इलाज के नाम पर उसका बलात्कार करता है और फिर किसी को न बताने कि धमकी देता है यदि किसी को बताती हो तो जान से मार दूंगा। मामले की जानकारी जैसे क्षेत्र में फैलती हैं तो सनसनी मच गई। मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया गया किंतु मीडिया के संज्ञान में आने के कारण मामला तूल पकड़ता चला गया और किछौछा निवासी मौलाना शमसाद उर्फ (कट्टा मौलाना)पुत्र के इनाम मियां को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया और कुछ ही दिन बाद एक आग ठंडी नहीं हुई थी कि दूसरी आग जल गई एक मौलाना महिला के साथ अश्लील हरकत करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बताते चले कि बीते दो दिनों की घटना है बिहार प्रांत से रामराजी देवी पत्नी बाबूलाल सिंह निवासी ग्राम कैथी थाना सोनहन जनपद कैमूर की स्थाई निवासी है। जिसकी पुत्री पूजा बीमार रहती है और रूहानी इलाज के लिए दरगाह किछौछा आई थी दरगाह में रूहानी इलाज के लिए सलमा पत्नी कलाम निवासी दरगाह किछौछा थाना बसखारी के यहां किराए पर कमरा लेकर झाड़ फूंक करवाती थी। 18 अप्रैल 2024 को समय लगभग शाम 7:00 बजे जब पूजा की मां समान लेने लिए बाहर गई थी तभी सलमा अपने पति कलाम व चार अज्ञात व्यक्तियों को बुलाकर प्राथिनी की पुत्री पूजा को डरा धमकाकर जबरदस्ती बारी-बारी से बलात्कार कराया और सलमा ने बलात्कार का वीडियो भी बनाया और इन दरिंदों ने बेबस लाचार महिला को मां बहन की भद्दी भद्दी गलियां दिया और अगर किसी से कुछ कहोगी तो तुम्हें और तुम्हारी मां को जान से मार डालने की धमकी भी दे डाली । मां के आने के बाद पूजा ने अपनी मां से रो-रो कर अपने साथ हुई दरिंदगी के बारे में बताया। तो पीड़िता की मां के पैरों तले जमी खिसक गई। पीड़िता ने इंसाफ के लिए स्थानीय थाना बसखारी पहुंची और अपने बेटी के साथ हुई दरिंदगी के बारे में बयान किया और इंसाफ की गुहार लगाई किंतु दरिंदों के प्रभाव के कारण बसखारी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।बसखारी पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो पीड़िता अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक के चौखट पर जा पहुंची फरियाद लेकर और दरिंदगी की घटना को बयां किया। जिसको संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले को दर्ज कर कार्यवाही का आदेश दिया । पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद हरकत में आई बसखारी पुलिस ने संगीन धाराओं में 376D, 504 506 के तहत मामला दर्ज करते हुए दो नाम जद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। प्रकरण के संबंध में जब बसखारी थानाध्यक्ष से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि दो नामजद जबकि कुछ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नामजद अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिस दी जा रही है जल्द ही उन्हें भी पकड़ कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। मामले में कार्रवाही की जा रही है।
कप्तान साहब! सवाल सिर्फ इतना ही नहीं है यह कोई पहला वाक्या नहीं है आए दिन इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है आखिरकार महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन उठाएगा ?
सवाल बडा है स्थानीय प्रशासन को भी तो जवाब देना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश की सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए मैदान में है जीरो टॉलरेंस की नीति चलने के बावजूद महिलाएं मान- सम्मान, इज्जत आबरू का ऐसा चीर हरण आए दिन बसखारी थाना क्षेत्र के दरगाह किछौछा क्षेत्र से मामला सामने आता रहता है।
क्या उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था बसखारी थाना क्षेत्र में ध्वस्त है या फिर उत्तर प्रदेश सरकार के नियम और कानून का कोई खौफ इन बहसी दरिंदों, बलात्कारियों में व कुछ ढोंगी मौलानाओं में नहीं है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला आयोग का गठन हुआ है लेकिन महिलाएं कितनी सुरक्षित है यह तो एक विडंबन हीं नजर आ रहा है और इससे भी बड़ी विडंबना साहब तब है जब एक महिला किछौछा चौकी इंचार्ज प्रियंका मिश्रा है एक महिला चौकी इंचार्ज के क्षेत्र में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार हो गया। फिर हाल क्षेत्र में तो चर्चा का विषय आम हो चुका है महिला चौकी इंचार्ज के साख पर बट्टा लग रहा है।