अवैध अस्पताल में ऑपरेशन करते मिले सरकारी सर्जन
नर्सिंग होम सील संचालक के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा

रामसरन
तहसील संवाददाता
दैनिक जस्ट एक्शन
*बीते दिनों आईजीआरएस पोर्टल पर सर्जरी में लापरवाही से महिला की मौत की हुई थी शिकायत*
अंबेडकरनगर
टांडा के मोहनगंज चौराहे के निकट बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित अमन नर्सिंगहोम पर बृहस्पतिवार को अपर सीएमओ डॉ. रामानंद सिद्धार्थ के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। ऑपरेशन कक्ष में महिला का ऑपरेशन कर रहे सरकारी अस्पताल में तैनात सर्जन वहां से भाग खड़े हुए। एसडीएम टांडा की मौजूदगी में जच्चा-बच्चा को एंबुलेंस से जिला अस्पताल स्थित मातृ-शिशु विंग में शिफ्ट किया गया। इस बीच नर्सिंगहोम को सील करने के साथ ही अस्पताल संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई।
आईजीआरएस पर दर्ज एक शिकायत के निस्तारण के लिए बृहस्पतिवार दोपहर अपर सीएमओ डॉ रामानंद सिद्धार्थ व अपर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. गौतम मिश्र की टीम मोहनगंज चौराहा के निकट स्थित अमन नर्सिंगहोम पहुंची। बाहर कोई बोर्ड लगा नहीं मिला। मुख्य गेट अंदर से बंद था। लगभग दस मिनट के इंतजार के बाद गेट खुला तो टीम अंदर पहुंची। वहां का दृश्य देखकर टीम सन्न रह गई। ऑपरेशन कक्ष में एक सरकारी अस्पताल के सर्जन महिला का ऑपरेशन कर रहे थे। टीम ने ऑपरेशन पूरा होने का इंतजार किया। इसी दौरान एसडीएम टांडा मोहनलाल गुप्ता व सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश कुमार वर्मा को भी फोन कर मौके पर बुला लिया गया।वहां मिले दो कर्मचारियों से जब अस्पताल संचालन से संबंधित कागजात मांगे तो उपलब्ध नहीं करा सके। इस पर महिला व उसके नवजात को एंबुलेंस से जिला अस्पताल स्थित मातृ-शिशु विंग शिफ्ट कर दिया। साथ ही नर्सिंगहोम को सील कर दिया।जिस समय टीम वहां कागजातों की छानबीन कर रही थी तो उसी समय ऑपरेशन पूरा करने वाले सर्जन मौका देखकर जच्चा-बच्चा को छोड़कर भाग खड़े हुए। टीम के अनुसार अमियाबाभनपुर गांव निवासी पुनीता को ऑपरेशन से पुत्री पैदा हुई।टांडा नगर के मुबारकपुर निवासी कमलेश ने आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया कि 23 मार्च को उसने अपनी माता सिंगारी देवी को अमन नर्सिंगहोम में भर्ती कराया था। जांच के बाद पथरी का ऑपरेशन करने की बात कही गई। अस्पताल प्रशासन ने 20 हजार रुपये इसके लिए जमा कराए। दूसरे जनपद के सर्जन डॉ. अखिलेश मौर्य ने ऑपरेशन किया। इस दौरान ऑपरेशन के बीच रक्तस्राव शुरू हो गया। चिकित्सक ने इसे छिपाया। कहा कि इसे आजमगढ़ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना होगा। हालत गंभीर देख आठ अप्रैल को केजीएमयू लखनऊ ले गए। वहां इलाज के दौरान 13 अप्रैल को मौत हो गई।अवैध ढंग से संचालित अमन नर्सिंगहोम को सील कर दिया गया। साथ ही अस्पताल संचालक एसके सिंह पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। ऑपरेशन करने वाले सरकारी अस्पताल के सर्जन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। डॉ. राजकुमार, सीएमओ