पूरे विश्व में सबसे अधिक मिथिला पेंटिंग रखने वाला जगह बना बिहार संग्रहालय
-पूरे विश्व में सबसे अधिक मिथिला पेंटिंग रखने वाला जगह बना बिहार संग्रहालय - कुछ दिन पहले अमेरिका से आई है पेंटिंग

पूरे विश्व में सबसे अधिक मिथिला पेंटिंग रखने वाला जगह बना बिहार संग्रहालय
पटना/बिहार : अमेरिका से लाई गई 60 साल पुरानी पेंटिंग के दीदार को अभी और इंतजार करना होगा। बिहार संग्रहालय के अपर निदेशक ने बतया कि पेंटिंग सही सलामत हमारे पार पहुंच गई हैं, तथा संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने उसे देखा और कहा कि पुरानी पेंटिंग होने के कारण इन्हें संरक्षण की जरूरत है उसके बाद ये प्रदर्शनी के लिए लगाई जाएंगी। बता दें कि मिथिला पेंटिंग की चार शैलियां होती हैं जिनमें कचनी शैली जिसे लाईन स्टाईल, कलर शैली जिसे भरनी भी कहते हैं, गोदना शैली जिसे आजकल की भाषा में टैटू कहते हैं, और आखिरी है तंत्र पेंटिंग जिनकी संख्या अब बस गिनी चुनी ही रह गई है। इन पेंटिंग में मां काली, मां दुर्गा, पांच देवियां, राधे-कृष्ण, दो लड़कियां, आदि शामिल हैं। इनकी खास बात यह है कि इनमें वैसी पेंटिंग भी शामिल है जो अब नहीं देखी जाती। कलाकारों में बच्चा देवी, हीरा देवी, पद्म श्री बौआ देवी, कर्पूरी देवी, शांति देवी, गोदना पेंटिंग की जनक चानो देवी, संतोषकुना दास, जैसे बिहार के कलाकारों की पेंटिंग शामिल हैं। साथ ही दलित समाज से आने वाली जमुना देवी की भी पेंटिंग शामिल हैं जो गोबर से पेंटिंग बनाती थीं। बता दें कि ये पेंटिंग अमेरिका से कुछ दिन पहले ही लाई गई थी। ये करीब 60 साल पुरानी है और इन्हें संरक्षण की जरूरत है इसलिए अभी प्रदर्शनी के लिए नहीं लगाई जा रही है। इसके साथ ही बिहार संग्रहालय सबसे ज्यादा मिथिला पेंटिंग रखने वाला विश्व में एकमात्र संग्रहालय बन गया है।