नकली दवा बिक्री के शक में अमीनाबाद की तीन फर्मों पर छापा, संचालन पर लगाई गई रोक

लखनऊ। नकली दवा की बिक्री की शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने अमीनाबाद की तीन फर्मों में छापेमारी की। खामियां मिलने पर अग्रिम आदेशों तक तीनों के संचालन पर रोक लगा दी गई है।
एफएसडीए के सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार ने बताया कि जॉयडस हेल्थ केयर लिमिटेड के प्रतिनिधि ने कंपनी के नाम की नकली दवा के अवैध कारोबार की शिकायत की थी। कंपनी के थ्रम्बोपोहब ऑइनटमेंट की भारी मात्रा में क्रय-विक्रय कुछ संदिग्ध फर्मों द्वारा किए जाने की शिकायत मिलने के बाद एफएसडीए के अफसरों ने छापेमारी के लिए टीम गठित की। जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर नीलेश कुमार शर्मा व संदेश मौर्य शामिल हुए। जॉयडस कंपनी के प्रतिनिधि के साथ अमीनाबाद की तीना फर्मों में छापेमारी की।
सहायक आयुक्त के मुताबिक अमीनाबाद के रीलिफ प्लाजा स्थित अमित मेडिकल एजेंसी में जांच के दौरान फर्म पर किसी भी प्रकार की औषधियां का भण्डारण नहीं पाया गया। न ही औषधि थ्रम्बोपोहब ऑइनटमेंट के क्रय-विक्रय अभिलेख पाए गए। उसके बाद फ्रेंडस मेडिसिन मार्केट स्थित शिव शक्ति फार्मा में थ्रम्बोपोहब ऑइनटमेंट के कय-विक्रय अभिलेख पाए गए। मौके पर औषधि थ्रम्बोपोहब ऑइनटमेंट के अतिरिक्त दो प्रकार की एलोपैथिक औषधियां भण्डारण पाई गईं। दो संदिग्ध औषधियां का नमूना जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। यहीं की वेदिका फार्मा में जांच के दौरान फर्म पर किसी भी प्रकार की औषधियां का भण्डारण नहीं पाया गया।
उन्होंने बताया कि जांच व छापेमारी के दौरान सभी फर्मों पर पाई गई कमियों के लेकर औषधि विभाग ने फर्मों को अग्रिम आदेशों तक बंद कराया है। फर्मों पर औषधियों का भण्डारण न पाये जाने से यह संज्ञान में आया कि उक्त फर्मों द्वारा केवल औषधियों के कय-विक्रय का बिल जारी किया जाता है। लेकिन किसी भी औषधि का भौतिक रूप से स्टॉक अपनी फर्म पर भण्डारित नहीं किया जाता है। सहायक आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर नकली दवा कारोबारियों की तस्वीरे शहर में लगवाई जाएंगी।