विकासकार्यों मे अनियमितताओं के वायरल हो रहे आरोपों पर बोले ब्लाक प्रमुख

ब्यूरो चीफ हमीरपुर
हरीश राज चक्रवर्ती
हमीरपुर। विकासखंड सुमेरपुर के बडागांव ग्राम पंचायत मे पिछले पंचवर्षीय मे विकासकार्यों के तहत करवाये गये दो सीसी मार्ग/इंटरलाकिंग पर गडबडी के आरोप लगाते एक संस्था का वीडियो वायरल होने के बाद जांच पडताल करने के निर्देश ब्लाक स्तर से दिये जाने के बीच ब्लाक प्रमुख जयनरायन सिंह यादव ने कहा है कि आरोपों की जांच जरुरी है ताकि किसी की निजता व प्रतिष्ठा को आंच न पंहुचे। हालांकि उन्होंने पंचायती राज्य अधिनियम के हवाले से जानकारी देते हुए कहा है कि पंचायत राज अधिनियम के तहत चार वर्ष पूर्व करवाये गये विकास कार्यो मे अपव्यय या अन्य आरोपों की जांच होना विधिसम्मत भी नही है। ऐसे में संस्था द्वारा लगाये गये एक पक्षीय आरोपों पर क्या कार्यवाही होगी, यह तो आने वाले वक्त मे पता चलेगा। फिर भी लगाये गये आरोपों की जांच बेहद जरुरी है।
बताते चलें कि एक संस्था के अध्यक्ष द्वारा आरोप लगाया गया है कि राजन के घर से रघुवीर पाल तक सीसी रोड निर्माण नहीं किया गया है साथ ही अखिलेश के घर से लल्लू पाल तक के रास्ते मे भी अनियमिततायें की गयी और सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। जबकि ग्रामीणों के अनुसार रज्जन के घर से रघुवीर के दरवाजे तक वर्तमान मे सीसी मार्ग बना हुआ है तथा अखिलेश के दरवाजे से लल्लू के दरवाजे तक इंटरलाकिंग पड़ा है। इस बावत संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें आरटीआई के जरिये जो सूचना दी गई उसके आधार पर ही उनके द्वारा आरोप लगाया गया है।
जबकि ब्लाक प्रमुख जयनरायन सिंह यादव ने बताया है कि आरोप लगाने वाले ने गलत तथ्य पेश किये हैं। उनका कहना है कि रज्जन के घर से रघुवीर के दरवाजे तक मौजूद सीसी मार्ग को न दिखाकर राजन के घर को दिखाया जा रहा है। इसी तरह अखिलेश के दरवाजे से लल्लू के दरवाजे तक सीसी/इंटरलाकिंग निर्माण कार्य में इंटरलाकिंग कार्य करवाया गया है जो धरातल पर दिखाई दे रहा है। संस्था द्वारा गलत आरोप लगाकर निजता व प्रतिष्ठा पर चोट पंहुचाना सही नही है। उन्होंने बताया कि हालांकि पंचायती राज अधिनियम के तहत पद से हटने के तीन वर्ष या कार्य पूर्ण होने के चार वर्ष बाद वित्तीय अनियमितताओं व अपव्यय की जांच नही हो सकती, इसके बावजूद वह जांच करवाने के लिये संबधित से आग्रह करेगें ताकि सच सामने आ सके।