उर्दू-अरबी से लेकर हिंदी तक… यूपी की इस लाइब्रेरी मिलेंगी एक से बढ़कर एक किताबें, घर ले जानें की भी है छूट

यूपी के अलीगढ़ में मेडिकल रोड पर सर सैयद नगर में एक 100 साल से भी ज्यादा पुरानी लाइब्रेरी है. इस लाइब्रेरी में उर्दू, अरबी, इंग्लिश, हिंदी सभी भाषाओं में किताबें मौजूद हैं. यहां आप न सिर्फ फ्री पढ़ सकते हैं बल्कि अपने घर भी ले जा सकते हैं.
वसीम अहमद/अलीगढ़. यदि आप छात्र हैं और आपको पढ़ाई करने के लिए एक लाइब्रेरी की जरूरत है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मेडिकल रोड सर सैयद नगर स्थित अपने घर में कई सालों से सैयद मोहम्मद काशिफ द्वारा एक फ्री लाइब्रेरी चलाई जा रही है. इस सैयद लाइब्रेरी में सभी सुविधाएं मुफ्त हैं. इस पुस्तकालय में लगभग सभी विषयों की किताब मौजूद हैं. बच्चे यहां आकर पढ़ाई कर सकते हैं इसके साथ ही किताबें घर भी ले जा सकते हैं.
लाइब्रेरी चलाने वाले सैयद मोहम्मद काशिफ खान ने बताया कि इस लाइब्रेरी में मेरे दादा, परदादा द्वारा इकट्ठा किया गया कलेक्शन भी मौजूद है. साथ ही बताया कि मेरे दादा द्वारा किताबों का एक बड़ा कलेक्शन खुदा बख्श लाइब्रेरी पटना, हैदराबाद लाइब्रेरी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में एक सेक्शन मौजूद है, जिसमें हमने किताबें दे रखी हैं. इसके बाद बची किताबें घर पर मौजूद हैं, जिनको मैंने एक लाइब्रेरी का रूप दिया हुआ है. इसमें लगभग सभी विषयों की किताब मौजूद हैं.
फ्री में दी जाती हैं सुविधाएं
सैयद मोहम्मद काशिफ खान के मुताबिक, मैं चाहता हूं कि यहां ज्यादा से ज्यादा स्कॉलर्स, रिसर्च स्कॉलर्स, कॉलेज के छात्र-छात्राएं आएं और अपने मतलब की किताब पढ़कर तरक्की करें. हमारे यहां सारे सब्जेक्ट्स की किताबें मौजूद हैं और हिस्ट्री का कलेक्शन ज्यादा बड़ा है. यहां किसी भी बच्चे से किसी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाता. साथ ही जो सुविधा लाइब्रेरी में होती है वह सारी सुविधा दी जाती हैं. हमारी इस लाइब्रेरी में 1920 से लेकर अब तक की सारी किताबें मौजूद हैं. ये लाइब्रेरी करीब 100 साल से ज्यादा पुरानी है. यह लाइब्रेरी लोगों के लिए सुबह 10:00 से रात 12:00 तक खुली रहती है. इस लाइब्रेरी में उर्दू, अरबी, इंग्लिश, हिंदी सभी भाषाओं में किताबें मौजूद हैं.