महंगे शौक नहीं हुए पूरे तो बन गए लुटेरे
गाजीपुर पुलिस ने चेन स्नैचरों को किया गिरफ्तार

नृपेंद्र विक्रम सिंह
लखनऊ। क्राइम, सर्विलांस टीम डीसीपी उत्तरी व थाना गाजीपुर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गाजीपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत व जनपद लखनऊ के विभिन्न थानों के अन्तर्गत चैन स्नैचिंग व लूट करने वाले दो शातिर चैन स्नैचर व लुटेरों को गिरफ्तार करते हुये घटना का किया गया सफल अनावरण । गिरफ्तार अभियुक्तों की पूछताछ की गई तो पता चला कि प्राइवेट नौकरी व व्यवसाय करने से उनके महंगे शौक पूरा नहीं हो रहे थे, इसलिए लूट की घटनाओं को अंजाम देने लगे। पकड़े गये दोनों अभियुक्तों की जेल में दोस्ती हुई, इसके बाद जब जेल से छूटे तो मिलकर राह चलती महिलाओं का पर्स व चैन लूटने का काम शुरू कर दिया।
डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि 18 जनवरी प्रीती श्रीवास्तव के प्रस्तुत प्रार्थना पत्र पर बावत दो बाइक सवार व्यक्ति नाम पता अज्ञात द्वारा वादिनी की चेन खींच लेने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था। इसी के बाद से पुलिस अभियुक्तों की तलाश प्रारम्भ की गयी। इसी क्रम में पुलिस टीम को सूचना मिली दिन दहाड़े लूट व छिनैती करने वाले संदिग्ध मोटर साइकिल से बन्धे रोड पर हैं। इस सूचना पर विश्वासकर पुलिस बल अभिसूचक के बताये हुये स्थान पर पहुंचे कि एक काली मोटर साइकिल पर सवार दो व्यक्ति बैठे हुये दिखायी दिये।
पुलिस ने घेर कर दोनों का पकड़ लिया। पकड़े गये व्यक्तियों से नाम पता तथा भागने का कारण पूछा गया तो बताया कि 18 जनवरी को मुन्शीपुलिया डायग्नो स्कैन के पास से हम दोनों ने मिलकर एक महिला से चेन छीनी थी व अपना नाम शिवम सिंह पुत्र जयमेंद्र सिंह निवासी रायबरेली बताया। छीनी गयी चेन के बारे में पूछने पर बताया कि चेन जितेन्द्र दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम जितेन्द्र पाल पुत्र राम खेलावन लाइफ केयर हॉस्पिटल के पास बताया और चेन बरामद कराने के लिए तैयार हुआ। पुलिस बलअभियुक्त के बताये हुए स्थान लाइफ केयर अस्पताल थाना कृष्णा नगर के पीछे के प्लाट पर आये। अभियुक्त जितेन्द्र द्वारा उक्त प्लाट में एक गड्ढे में से एक चेन निकाल कर दी।
मोटरसाइकिल के सम्बन्ध मे कागजात मांगा गया तो कागजात नहीं दिखा सके। बाइक बिना नम्बर प्लेट के मिलने पर सीज किया गया है। अभियुक्तों से पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। डीसीपी ने बताया कि इन अभियुक्तों के खिलाफ अन्य जनपदों में मुकदमा दर्ज है कि नहीं इसके बारे में पता किया जा रहा है। लूट करने के पीछे का कारण महंगे शौक होना निकल कर आया है। चूंकि छोटे मोटे काम करने से इनका शौक पूरा नहीं हो रहा था। जिससे उनका शौक पूरा नहीं हो रहा था। पूछताछ में पता चला कि ये दोनों मात्र शौक को पूरा करने के लिए लुट की घटना को अंजाम देते थे।