प्यार, अबॉर्शन और धोखा…युवती ने उठाया ऐसा कदम, भागा-भागा मंदिर पहुंचा युवक और झट से लिए फेरे

Muzaffarpur Latest News : युवक ने जॉब दिलाने के बहाने युवती से दोस्ती की. दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई. दोनों ने एकदूसरे का सात जन्मों का साथ देने का वादा कर लिया. इसी बीच दोनों पति-पत्नी की तरह लिव-इन में भी रहने लगे. इस बीच युवती प्रेगनेंट हो गई, तो प्रेमी ने अबॉर्शन करवा दिया. फिर शादी से मुकरने लगा. प्रेमिका ने शादी का दबाव बनाया तो प्रेमी बोला कि अभी क्या जल्दी है और पांच साल बाद शादी करेंगे. प्रेमिका ने ऐसी युक्ति निकाली कि युवक दौड़ा-दौड़ा आया और मंदिर में सात फेरे लिए. आइये जानते हैं पूरा मामला… (रिपोर्ट: प्रियांक सौरभ)
मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां प्रेमी जोड़े की शादी हुई और बाराती पुलिसवाले बने. पहले दोस्ती, फिर प्यार, फिर लिव-इन, और फिर गर्भपात, इतना कुछ के बाद जब प्रेमी शादी से मुकरने लगा तो प्रेमिका ने पुलिस की शरण ली. पुलिस ने ने जैसे ही युवको को प्रेमी को जेल भेजने की चेतावनी दी, प्रेमी की अकड़ ढीली पड़ गई. फिर क्या, पुलिसकर्मी ही बाराती और घराती बने. मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर में दोनों की शादी करा दी गई.
दरअसल, अहियापुर की रहनी वाली युवती चंदा का दिल वहीं के गोविंद कुमार से लग गया. प्रेमिका ने बताया कि जॉब दिलाने के बहाने गोविंद ने उसे अपने जाल में फंसाया. इसके बाद हमलोग एक-दूसरे से बात करने लगे. धीरे-धीरे मुझे भी गोविंद से प्यार हो गया. इसके बाद हम दोनों चार महीने से पति-पत्नी की तरह लिव-इन में रहने लगे. इस बीच मैं जब प्रेगनेंट हो गई, तो गोविंद ने मेरा गर्भपात करवा दिया और धोखा देने लगा. मुझसे बात भी नहीं कर रहा था और दूरी बनाने लगा. ऐसा लग रहा था जैसे कहीं बाहर भागने का प्लान बना रहा था. मुझे इसके साथ रहना था. मैंने जब शादी के लिए कहा, तो इसने साफ-साफ माना कर दिया. इसके बाद मैंने पुलिस की मदद ली. आज पुलिस की मौजूदगी में हमारी शादी करवाई गई. दूसरी ओर, प्रेमी गोविंद का कहना है कि एक दोस्त के माध्यम से प्रेमिका से मुलाकात हुई थी. फिर हमलोग एक-दूसरे से प्यार करने लगे. चंदा ने झूठ बोला. मैंने उसके साथ जो कुछ भी किया, उसकी मर्जी से किया था. आज पुलिस की मौजूदगी में हम दोनों की शादी हुई है. दोनों विधि-विधान से पति-पत्नी के रिश्ते में बंध गए.
मंदिर में शादी के दौरान दुल्हन चंदा को वहां पर मौजूद महिला कॉन्सटेबल से सजाया. मांग भराई के रस्म के दौरान उसके पल्लू को ठीक किया. शादी संपन्न होने के बाद प्रेमिका चंदा से जब सवाल पूछा गया कि क्या वह खुश हैं, इस पर उसने कहा, ‘खुशी किस बात की. मैं चाहती थी कि शादी हो जाए लेकिन इतना तमाशा नहीं चाहती थी. पिछले छ्ह माह से हम दोनों के बीच संबंध थे. काम के सिलसिले में हम दोनों की मुलाकात हुई थी. प्रेमी अब 5 साल बाद शादी करने की बात कर रहा था. मुझे छोड़कर जाने की प्लानिंग में था. सुबह वकील को बुलाया था और सोचा कि शांति से मनाकर शादी कर लेंगे लेकिन बात नहीं बनी तो मकान मालिक ने थाने के हवाले कर दिया.’