उत्तर प्रदेशलखनऊ

Potato Price : मौसम की मार से घटा आलू का उत्पादन, अब खेतों से बिक रहा किसानों का आलू

Potato Price in UP बबुरहिया के किसान तेज बहादुर ने बताया कि आलू भंडारण में 400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अतिरिक्त खर्च पड़ेगा। आगे भाव अच्छा रहे कि न रहे इसका कोई भरोसा नहीं है इसलिए आलू बेचने का विचार किया है। विशुनपुर के किसान अशोक कुमार ने कहा कि उत्पादन कम होने से भाव अच्छा है।

बाराबंकी : खेतों में आलू खोदा नहीं गया और कोल्ड स्टोर फुल होने की सूचनाएं चस्पा कर दी गई थी। इसको लेकर किसान परेशान हुए। प्रशासनिक अमला भी किसानों को राहत देने की कोशिश में हलकान रहा, लेकिन अब जब खेतों में आलू खोदा जा रहा है तो औसत उत्पादन पिछले वर्ष से 15 से 25 प्रतिशत कम है। उत्पादन कम होने से आलू 11 से 13 रुपये किलो की दर से खेत से बिक रहा है।

ऐसे में किसान आलू भंडारण करने से ज्यादा खेत से बेचने में रुचि ले रहे हैं। वहीं, नेपाल, बिहार, गोरखपुर में लाल आलू का रेट करीब 15 से 16 रुपये हैं। आलू की सफाई बाहर होने लगी है। ऐसे में जिले के 67 कोल्ड स्टोरेज भर पाना मुश्किल है।

मौसम की मार से कम हुआ आलू उत्पादन : जिले में 150 एकड़ आलू बोने वाले प्रगतिशील किसान पद्मश्री राम सरन वर्मा का कहना है कि आलू पर मौसम की मार पड़ी है। इसलिए उत्पादन घटने से खुले बाजार में आलू का मूल्य इस समय भी 10 से 13 रुपये प्रति किलो है। इसके कारण कोल्ड स्टोर में आलू रखने की होड़ नहीं है। अच्छा भाव मिल रहा है इसलिए जरूरत भर का ही आलू रखा जाएगा।

पद्मश्री ने बताया कि उनके खेतों में भी 15 से 20 प्रतिशत तक आलू कम पैदा हुआ है। आलू के लिए न्यूनतम तापमान 10 डिग्री व अधिकतम तापमान 20 डिग्री से कम चाहिए, लेकिन इस बार जब आलू की बोआई जब की गई तो तापमान अक्टूबर से नवंबर तक 25 डिग्री से ज्यादा रहा। इससे गर्मी के कारण आलू का पौधा अच्छी तरह विकसित नहीं हुआ। जनवरी में तापमान 10 डिग्री के नीचे छह डिग्री सेल्सियस तक रहा। इसलिए आलू कंद अत्यधिक सर्दी के कारण विकसित नहीं हुआ। इसलिए उत्पादन कम हुआ है।

नहीं दिख रही कतारें : देवा क्षेत्र के ग्राम पीड़ के किसान कल्लू ने बताया कि बीते कई साल से आलू की लागत नहीं निकली। इस बार अभी से अच्छा भाव मिल रहा है। इस बार खेत से ही 11-12 रुपये किलो का भाव मिल रहा है। इसलिए ज्यादा आलू कोल्ड स्टोर में नहीं रहेंगे।

बबुरहिया के किसान तेज बहादुर ने बताया कि आलू भंडारण में 400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अतिरिक्त खर्च पड़ेगा। आगे भाव अच्छा रहे कि न रहे, इसका कोई भरोसा नहीं है, इसलिए आलू बेचने का विचार किया है। विशुनपुर के किसान अशोक कुमार ने कहा कि उत्पादन कम होने से भाव अच्छा है।

15 प्रतिशत आलू भंडारित : सलारपुर गांव के चिनहट कोल्ड स्टोर में 25 हजार, द्वारिका कोल्ड स्टोर में करीब 30 हजार, डायमंड कोल्ड स्टोर में करीब 40 हजार कट्टी आलू भंडारण के लिए पहुंचा है। जो क्षमता का 15 प्रतिशत बताया बताया जाता है।

चिनहट कोल्ड स्टोर के मैनेजर मुजीब अंसारी ने बताया कि अभी मौसम की वजह से खोदाई धीमी है, इसलिए अभी आलू कम आ रहा है। द्वारिका कोल्ड स्टोर के मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि उपज में कमी का असर भंडारण पर पड़ा है। इसलिए भीड़ कम है। बिना टोकन वाले किसानों का भी आलू रखा जा रहा है।

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