उत्तर प्रदेशलखनऊ

Bareilly News: नासूर बना नया पुल… अब रोज लग रहा जाम, अब डिजाइन पर उठ रहे सवाल

सार

बरेली में महादेव पुल के निर्माण के बाद कुतुबखाना के जाम से शहर को मुक्ति मिलने की उम्मीद थी, लेकिन हुआ ठीक उल्टा। पुल का लोकार्पण जिस दिन से हुआ है, उस दिन से इसके दोनों ओर रोजाना जाम लग रहा है।

बरेली में महादेव पुल बनने से उम्मीद थी कि इसके निर्माण के बाद कुतुबखाना के जाम से शहर को मुक्ति मिल जाएगी लेकिन हुआ ठीक उल्टा। पुल का लोकार्पण जिस दिन से हुआ है, उस दिन से इसके दोनों ओर रोजाना जाम लग रहा है। ऐसे में अब जानकार लोग इसकी डिजाइन पर सवाल उठा रहे हैं। उनका मानना है कि पुल के दोनों ओर चौराहों की वजह से जाम लग रहा है। पुल बनाते समय इस पर ध्यान नहीं दिया गया। वहीं जिम्मेदार अब इसका समाधान तलाश रहे हैं

105 करोड़ रुपये की लागत से बना 1367 मीटर लंबा महादेव पुल कोतवाली से शुरू होकर कोहाड़ापीर चौराहे पर खत्म हो रहा है। कोहाड़ापीर की तरफ जहां पुल खत्म हो रहा है वहां चौराहा है। वहां से गुलाबनगर, भूड़, कुदेशिया व डेलापीर की ओर सड़कें निकली हैं। कुतुबखाना की ओर से पुल के नीचे से आने वाले वाहनों का दबाव भी इस चौराहे पर पड़ता है। चौराहे से ही सटा पेट्रोल पंप भी है।

 

 

लोगों का कहना है कि पुल को इस तरह से डिजाइन किया जाना चाहिए था कि वहां चौराहे का संकट सामने न आए। कुदेशिया की तरफ से आने वाले लोग जब डेलापीर की ओर जाते हैं तब क्रॉस की स्थिति होने से जाम लग जाता है।

 

भूड़ व गुलाबनगर की ओर से आने वाले वाहन इस जाम को और बढ़ा देते हैं। पुल बनाते समय कम से कम गुलाबनगर व भूड़ वाले रास्ते का समाधान भी नहीं तलाशा गया। इस वजह से अब जाम लग रहा है।

अतिक्रमण हटे तो मिले राहत 

कोहाड़ापीर चौराहे पर अतिक्रमण है। सड़क के किनारे खड़े ई-रिक्शा व फलों के ठेले कोढ़ में खाज का काम करते हैं। पास में ही ट्रांसफार्मर रखा है। बिजली के खंभे भी बिल्कुल सड़क पर हैं। अगर इन्हें हटाया जाए तो वहां जाम की स्थिति से कुछ हद तक निपटा जा सकता है। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि कोहाड़ापीर चौराहे के पास सड़क पर रखे ट्रांसफार्मर को हटाने के लिए विद्युत निगम को पत्र लिखा जा चुका है।

 

चौराहों को भी करना चाहिए था विकसित

शहर निवासी सेवानिवृत्त इंजीनियर राजेंद्र आर्य का कहना है कि पुल बनाने के साथ ही चौराहों को भी विकसित किया जाना चाहिए था। इससे जाम की समस्या उत्पन्न नहीं होती। इसके अलावा अगर पुल को थोड़ा आगे बढ़ाकर अय्यूब खां चौराहे की तरफ उतारते तो नावल्टी चौराहे के जाम से बचा जा सकता था। पुल के नीचे दोनों ओर की सर्विस रोड को भी विकसित किया जाना चाहिए था।

डिजाइन गड़बड़ नहीं ट्रैफिक कंट्रोल करें : अरुण कुमार 

सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार गुप्ता का कहना है कि पुल की डिजाइन ठीक है। इतनी जगह में इससे बेहतर पुल नहीं बनाया जा सकता था। पुल पर जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक कंट्रोल करना होगा। इसके लिए रणनीति बनानी होगी। कोहाड़ापीर की तरफ अगर अतिक्रमण हटा दिया जाए तो वहां पर्याप्त जगह मिल जाएगी।

 

दोनों सिरे थोड़े और चौड़े होते तो बन जाती बात 

एसपी ट्रैफिक शिवराज का कहना है कि महादेव पुल की डिजाइन तो ठीक है, लेकिन इसके दोनों सिरे थोड़े और चौड़े होते तो बात बन जाती। पुल को नावल्टी चौराहे से पहले शुरू किया जाता तो इस्लामिया व पुराने बस अड्डे की ओर से आने वाले ट्रैफिक का दबाव इस पर नहीं पड़ता।

नावल्टी से जिला अस्पताल की तरफ तक ई-रिक्शा पर लगाई रोक

एसपी ट्रैफिक शिवराज सिंह ने बताया कि होली को लेकर भी बाजार में भीड़ बढ़ गई है। पुल की तरफ ई-रिक्शा के जाने से समस्या बढ़ रही है। ई-रिक्शा को चौपुला से बिहारीपुर होते हुए कुतुबखाना तक रास्ता दिया जाएगा। अय्यूब खां व नावल्टी चौराहे से ई-रिक्शा को पुल की ओर नहीं जाने दिया जाएगा। खलील चौराहे व सिकलापुर चौराहे की तरफ से आने वाले ई-रिक्शा को भी रोका जाएगा।

 

वाहनों के कोतवाली की ओर जाने पर पाबंदी

अय्यूब खां चौराहे से कोहाड़ापीर तक सोमवार को भी जाम लगा। अय्यूब खां चौराहे से नावल्टी तक हालात बेहद खराब रहे। चार पहिया वाहनों के फंसे होने के कारण लोग निकल नहीं पा रहे थे। नावल्टी चौराहे से रोडवेज बसों के गुजरने से हालात और बिगड़ गए। एसपी ट्रैफिक मौके पर पहुंचे। कोतवाली के सामने बैरिकेडिंग करवा दी। अय्यूब खां चौराहे से वाहनों को कोतवाली की ओर जाने से रोक दिया गया। इससे कुछ देर बाद हालात सुधरे, लेकिन शाम को पुलिसकर्मियों के हटते ही फिर वही स्थिति हो गई।

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