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आनंदा डेयरी का दूध, पनीर आदि का नमूना फेल

इस बड़ी कंपनी का दूध, दही, पनीर, घी… जहर, जांच में हुआ बड़ा खुलासा, हजारों ग्राहकों को ऐसे लगाया जा रहा चुना

 

आनंदा डेयरी पर लोग भरोसा कर रहे हैं लेकिन बावजूद इसके आनंदा डेयरी लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, लगातार पैकिंग के अंदर बंद दूध, दही, मक्खन, पनीर में घटतौली की भी शिकायत लगातार मिल रही है और जांच में घटतौली भी पाई गई है.

 

आनंदा डेयरी का दूध, पनीर आदि का नमूना फेल

उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में दुग्ध उत्पादों के नमूने लगातार फेल होने से बुलंदशहर की आनंदा डेयरी फिर से विवादों में घिर गई है. ताजा मामला रायबरेली की प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट का है, जिसमें एक बार फिर आनंदा डेयरी के दूध और पनीर के नमूने फेल हुए हैं, जबकि इससे पहले आगरा मेरठ सहित अन्य प्रयोगशाला में भी आनंदा डेयरी के नमूने फेल हुए हैं. इस मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने कोर्ट में आनंदा डेयरी के संचालक पर जुर्माना लगाने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए रिपोर्ट दाखिल की है. इससे पहले भी आनंदा डेयरी का दूध, पनीर आदि का नमूना फेल होने के बाद प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई है.

 

इस संबंध में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त ने पूरे प्रदेश के समस्त मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को पत्र भेजकर दूध उत्पादों के फेल होने की स्थिति में जांच कर कार्रवाई और जुर्माने के दायरे को बढ़ाने का निर्देश दिया है. जबकि आनंदा डेयरी पर लोग भरोसा कर रहे हैं लेकिन बावजूद इसके आनंदा डेयरी लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, लगातार पैकिंग के अंदर बंद दूध, दही, मक्खन, पनीर में घटतौली की भी शिकायत लगातार मिल रही है और जांच में घटतौली भी पाई गई है.

 

 

मिलावट खोर डेयरियों के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्रालय भी दे चुका है कड़ी कार्रवाई का निर्देशइससे पहले भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय और खाद्य सुरक्षा मंत्रालय ने इस प्रतिष्ठित दुग्ध उत्पादन फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त को दिए थे. हैरानी की बात यह है कि डेयरी उत्पाद के नमूनों की जांच में यह तथ्य भी पाया गया है कि फैट, एसएनएफ और यूरिया की मात्रा भी तय मानकों से कम है, जिससे आम लोग खासतौर पर वृद्ध, मरीज और बच्चे को उतना पोषण नहीं मिल पाता, जितना कम्पनी के पैकेट पर अंकित किया गया है. जबकि प्रोटीन भी पैकेट पर लिखे मात्रा से काफी कम है जोकि स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है और आनंदा डेयरी प्रोटीन और अपनी गुणवत्ता के नाम पर धब्बा साबित हो रही है.

 

जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अधिकारी ने क्या कहा?वहीं पूरे मामले में जानकारी देते हुए जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि इसकी जांच आयुक्त के निर्देशानुसार मण्डलीय स्तर की टीम द्वारा की जा रही है. चूंकि मामला काफी बढ़ा है, इसलिए शासन स्तर से इसकी निगरानी हो रही है. दूध और पनीर के नमूने जांच के लिए लैब को भेजे गए हैं, जल्द ही रिपोर्ट आ जायेगी. इसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी. जबकि अन्य कई जिलों से लिए गए सैंपल लेब पर भेजे गए थे उनके नमूने फेल हुए हैं. फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है जांच रिपोर्ट के बाद दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी.

 

क्या बोले आनंदा डेयरी के प्रतिनिधि हरीश

मित्तलआनंदा डेयरी के प्रतिनिधि हरीश मित्तल ने बताया कि कंपनी के दूध और पनीर की जांच हुई थी. कंपनी के उत्पादों की समय-समय पर जांच होती रहती है. अभी रिपोर्ट आई नहीं है जबकि हमारी कंपनी सभी मानवों के अनुरूप प्रोडक्ट को तैयार करती है और किसी भी तरीके की कोई खामी ही नहीं होती है.

 

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