अम्बेडकरनगरउत्तर प्रदेशराज्य

अन्नावा बाजार साधन सहकारी समिति के सचिव व को ऑपरेटिव बैंक मैनेजर के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा।

साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष ने फर्जी हस्ताक्षर कर पैसा निकालने का लगाया आरोप बैंक मैनेजर की भी मिलीभगत।

 

मुकुल कुमार गौतम क्राइम रिपोर्टर अंबेडकर नगर।

अंबेडकर नगर:भ्रष्टाचार में संलिप्त साधन सहकारी समिति अन्नावा के सचिव व कोऑपरेटिव बैंक मैनेजर के विरुद्ध कूटरचित ढंग से पैसे निकालने के मामले में कड़ी मशक्कत के बाद अंततः अहिरौली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। साधन सहकारी समिति अनावा के अध्यक्ष ने फर्जी हस्ताक्षर कर पैसा निकालना का आरोप लगाया था मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासन को मुकदमा लिखकर जांच शुरू करना पड़ा साधन सहकारी समिति के सचिव व बैंक मैनेजर के मिली भगत से फर्जी हस्ताक्षर के सहारे पैसा निकालने के मामले में अहिरौली थाना में मुकदमा साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष संगम पांडे के तहरीर पर दर्ज हुआ ।भ्रष्टाचार में संलिप्त सचिव व बैंक मैनेजर के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या- 0256/ 2023 धारा 419 420 409 के तहत पंजीकृत हुआ है।
अध्यक्ष संगम पांडे ने जिलाधिकारी महोदय से शिकायत कर कार्रवाई की मांग गई थी जिसमें जिलाधिकारी के हस्ताक्षेप व मामला मीडिया में हाईलाइट होने के कारण मुकदमा दर्ज किया गया है।

यह था पूरा मामला-मामला अहिरौली थाना क्षेत्र अंतर्गत अनावा बाजार में स्थित साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष संगम पांडे द्वारा अपने ही साधन सहकारी समिति के सचिव चंद्रिका प्रसाद तिवारी द्वारा चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर रुपया निकालने के संबंध में जिलाधिकारी को शिकायत पत्र देकर फर्जी तरीके से हुए मामले में दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है साधन सहकारी अध्यक्ष संगम पांडे द्वारा बताया गया कि समिति में अन्नावा का बैंक शाखा जिला सहकारी बैंक लिमिटेड अयोध्या शाखा कटेहरी में संचालित है सचिव चंद्रिका प्रसाद तिवारी द्वारा बैंक मैनेजर की मिलीभगत से बैंक खाता संख्या-002013850000005 एवं खाता संख्या-00205110000005 से मेरा फर्जी हस्ताक्षर करके बैंक से पैसा निकाल लिया गया है तथा कार्यालय पंजिका चेक रजिस्टर पर भी मेरा फर्जी हस्ताक्षर किया गया है यह जानकारी बैंक पहुंचने के बाद मुझे पता चला है ।अध्यक्ष संगम पांडे द्वारा जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर दोषियों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करा कर कार्रवाई की मांग की थी ।

बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार में कोऑपरेटिव बैंक मैनेजर की रही अहम भूमिका-साधन सहकारी समिति के खाते से निकल गए लाखों रुपए के मामले में बैंक मैनेजर की भूमिका अहम रही सचिव और बैंक मैनेजर की मिली भगत से ही अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर से पैसा निकलना संभव हुआ है मामले में बैंक मैनेजर की भूमिका हमें तब नजर आई जब सचिव और अध्यक्ष को बैंक मैनेजर बैंक परिसर में बैठ कर समझौता कराने का प्रयास कर रहे थे जिसकी वीडियो भी खूब सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी वायरल वीडियो में सचिव ने स्वयं फर्जी हस्ताक्षर की बात बोलकर माफी मांगते हुए नजर आ रहे थे।
वही अहिरौली थाना अध्यक्ष गजेंद्र विक्रम सिंह से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि सचिव व बैंक मैनेजर के विरुद्ध धारा- 419 420 409 की तहत मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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