आम आदमी को लगेगा तगड़ा झटका, 30 प्रतिशत तक मंहगी होगी बिजली

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जल्द ही आम लोगों को बड़ा झटका लग सकता है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) यानी बिजली विभाग बिजली दरों में 30 प्रतिशत की वृद्धि की योजना बना रहा है। इसके लिए UPPCL ने विद्युत नियामक आयोग में आय-व्यय के आंकड़े प्रस्तुत कर दिए हैं, जिनमें 19,600 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का उल्लेख किया गया है।
बिजली 30 फीसदी हो सकती है महंगी
UPPCL ने 19,600 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे के आधार पर बिजली दरों में 30% की वृद्धि के लिए कदम उठाया है। पिछले करीब पांच साल से उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है, जिसकी वजह से राजस्व घाटा 12.4% बढ़ गया है। UPPCL ने विद्युत नियामक आयोग में आंकड़े पेश करते हुए कहा है कि वह अब और घाटा सहन नहीं कर सकता।
54.24 लाख उपभोक्ताओं ने एक बार भी नहीं भरा बिल
उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी बिजली दरों में वृद्धि के प्रयास में विभाग जुट गया है। यदि नियामक आयोग ने UPPCL के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, तो उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लग सकता है। विभाग ने बताया कि 54.24 लाख उपभोक्ताओं ने अभी तक एक भी बार बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है, जिसके कारण 36,353 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसके अलावा, 78.65 लाख उपभोक्ताओं ने पिछले छह महीनों से बिजली बिल नहीं भरा है, जिससे 36,117 करोड़ रुपये का बकाया हो गया है।
धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा घाटा
UPPCL ने विद्युत नियामक आयोग से वास्तविक आंकड़ों के आधार पर बिजली दरों के संबंध में उचित निर्णय लेने का अनुरोध किया है। कॉरपोरेशन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कॉरपोरेशन और बिजली कंपनियों का कुल खर्च 1,07,209 करोड़ रुपये रहा, जबकि राजस्व केवल 67,955 करोड़ रुपये प्राप्त हुआ। इससे 39,254 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। राज्य सरकार ने इसकी भरपाई के लिए 19,494 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की, फिर भी 5,910 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा बना रहा। साथ ही, मार्च 2024 तक UPPCL का कुल नुकसान 1,10,000 करोड़ रुपये को पार कर गया।