अम्बेडकरनगरउत्तर प्रदेशराज्य

रिश्वत मामले में निलंबन आदेश लेने के लिए भी देनी पड़ी रिश्वत

5000 की रिश्वत देकर मिला निलंबन आदेश

देवव्रत सिंह

ब्यूरो चीफ अंबेडकर नगर

दैनिक जस्ट एक्शन

अंबेडकर नगर

 

*इसको विडंबना ही कहा जायेगा। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए व्यक्ति के निलंबन आदेश को देने के लिए भी ली गई रिश्वत*

15 मार्च को ₹10000 की नगद रिश्वत लेते हुए विजिलेंस विभाग द्वारा गिरफ्तार किए गए वीरेंद्र सिंह चौहान नाजिर जिला विकास अधिकारी कार्यालय के जिस निलंबन आदेश को प्राप्त करने के लिए पत्रकारों ने हफ्तों तक जिला विकास अधिकारी कार्यालय का चक्कर लगाया और अंत में यह जवाब मिला कि वह गोपनीय व्यक्तिगत पत्र है किसी को नहीं दिया जाएगा इस आशय की खबर छपने के बाद एक व्यक्ति ने इसे चैलेंज के रूप में स्वीकार किया और आज उसने किसी तरह वह पत्र प्राप्त ही कर लिया पूछे जाने पर बताया कि सब पैसे का खेल है बाबू को पैसा दो कागज प्राप्त कर लो। नाम न छापने की शर्त पर उसने बताया कि कार्यालय के बाबू को ₹5000 देकर उसने यह पत्र प्राप्त किया है यदि उस व्यक्ति का यह कथन सही है तो यह अत्यंत घृणित कृत्य हैं इसे निंदनीय नहीं कहा जा सक। पत्र पत्रकार मांगते हैं तो देने से इनकार किया जाता है कहां जाता है कि वह किसी का व्यक्तिगत पत्र है और जब कोई आदमी रिश्वत देता है तो उसे दे दिया जाता है यदि ऐसा ही चला रहा तो पत्रकार पत्र प्राप्त करने के लिए इतना पैसा कहां से लायेंगे। इसका मतलब पत्रकारों को कार्यालय द्वारा कभी कोई जानकारी दी ही नहीं जाएगी। यदि कोई पत्र प्राप्त करना हो तो पत्रकार भी फाइनेंसर तलास करलें।

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