Barabanki News: दो लेन सड़क से जुड़ेगा सूरतगंज ब्लॉक, 3.92 करोड़ रुपये मंजूर

बाराबंकी। जिले के सूरतगंज ब्लॉक तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों की राह अब आसान होगी। शासन ने ब्लॉक को दो लेन की सड़क से जोड़ने के लिए तीन करोड़ 92 लाख रुपये की धनराशि मंजूर कर दी है।
सूरतगंज ब्लॉक में 103 ग्राम पंचायतें हैं। लेकिन ब्लॉक तक पहुंचने के लिए जर्जर सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार लोगों ने इसे लेकर शिकायत की। लोगों की समस्या को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के खंड तीन ने एक किमी. 375 मीटर लंबी दो लेन सड़क का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। आखिरकार इसे मंजूरी मिल गई है। शासन ने सड़क निर्माण के लिए तीन करोड़ 92 लाख 70 हजार रुपये की धनराशि मंजूर कर दी है। कार्य शुरू करने के लिए प्रथम किस्त के रूप में करीब 98 लाख रुपये भी विभाग को आवंटित कर दिए हैं। अधिशासी अभियंता आरके राय ने बताया कि जल्द ही सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
Barabanki News: कोहरा और पाला से पान की खेती बर्बाद
हैदरगढ़/त्रिवेदीगंज (बाराबंकी) । शीतलहर में एक माह से गिर रहे कोहरा पाला के चलते पान पत्ता खेती करने वाले किसान पूरी तरह बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं। अगली फसल के लिए बरेजा तैयार कर किसानों को बीज के लिए भी गैर प्रांत तक भटकना पड़ रहा है।
तहसील हैदरगढ़ क्षेत्र में बाबा पुरवा, परीवां, शायपुर डेहवा, ठाकुरपुर, हिम्मतपुर, बेलहरी, अखैयापुर, गनहरी, बड़वल, घड़सार, ककरी, बारा, कान्हूपुर, उस्मानपुर, पैकौली, इलियासपुर, दहिला, मदनापुर सहित सीमावर्ती हरदोइया, नगराम आदि गावों में पान पत्ता की खेती होती है। इसके लिए सेठा व बांस की फंटी व खर से बरेजा तैयार करते हैं और बरेजा में पान पत्ता की खेती होती है। बनारस के पान दरीबा में यहां का देशी पानी पसंद किया जाता है।
किसानों के मुताबिक 200 पान की पत्ती से तैयार ढ़ोली में दो पत्ती दागी होने पर पूरी ढ़ोली खराब हो जाती है। बारा के किसान गोपीचंद व शोभनाथ ने बताया पान पत्ता मई माह से अक्टूबर नवंबर तक टूटता है इसके बाद अगली फसल में बीज के लिए रोका जाता है। लेकिन पाला से फसल बर्बाद हो गई है। मध्यप्रदेश व महोबा से बीज के लिए पान पत्ता लाना होगा। फसल बर्बाद होने से बीज की कीमत बहुत अधिक हो गई।
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया पान पत्ता फसल पर 31 जुलाई तक बीमा कराने पर नुकसान की भरपाई होती है। एक हेक्टेयर पर अनुमानित दस लाख रुपए की लागत पर पांच प्रतिशत प्रीमियम देना होता है। इसके अलावा एक हजार वर्ग फीट पर करीब पचास हजार रुपए शासन से अनुदान मिलता है।
छह लाख से अधिक आती है लागत
पांच विस्ना में बरेजा निर्माण करने पर छह लाख से अधिक लागत लगती है। फरवरी में बरेजा तैयार कर शिवरात्रि पर बीज डाला जाएगा। मई जून से नवंबर तक पान पत्ता टूटता है। रोग के कारण भी अक्सर फसल बर्बाद होती है।