Baghpat News: मलकपुर मिल में नहीं पहुंचा गन्ना, बागपत और रमाला में स्थिति सामान्य

Alisba
बागपत/बड़ौत। नए कानून के विरोध में चल रही ट्रक चालकों की हड़ताल का असर चीनी मिल संचालन पर दिखाई देने लगा है। हड़ताल के कारण मलकपुर मिल में पूरा गन्ना नहीं पहुंच रहा है हालांकि बागपत और रमाला शुगर मिल में भी गन्ना कुछ कम हुआ है, लेकिन यहां नो केन की स्थिति नहीं है।
बागपत की मलकपुर चीनी मिल में लगभग 110 ट्रकों से गन्ना पहुंचाया जाता है। मिल में गन्ना पहुंचाने वाले अधिकांश ट्रकों में गन्ना लदा है, मगर चालक मिल में गन्ना नहीं पहुंचा रहे हैं। जिससे मिल नो केन हो सकती है।
हालांकि बागपत शुगर मिल में 60 में से 40 ट्रक गन्ना मिल पर पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा मिल गेट पर भी गन्ने की तौल होने से अभी मिल नो केन होने की स्थिति में नहीं है। रमाला शुगर मिल के सीसीओ रामसेवक यादव का कहना है कि मिल में रोजाना 40 हजार क्विंटल गन्ने की खरीद गेट से की जाती है, जबकि केवल दस हजार क्विंटल गन्ना ही ट्रकों से मिल में पहुंचाया जाता है। गेट पर अधिक तौल होने के कारण ट्रक चालकों की हड़ताल से मिल में गन्ना पेराई पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
बागपत शुगर मिल में ट्रक चालकों ने किया हंगामा
बागपत। शुगर मिल बागपत में मंगलवार को गन्ना लेकर पहुंचे ट्रक चालकों ने नए कानून के विरोध में गन्ना डालने से इन्कार कर दिया। हंगामे की सूचना पर मौके पहुंचे सीसीओ राजदीप बालियान और किसान नेता विरेंद्र सिंह राणा ने ट्रक चालकों को समझाकर शांत किया। इसके बाद ट्रक चालकों ने मिल में गन्ना डाला।
-हड़ताल की वजह से मिल में गन्ना नहीं पहुंच रहा है। चालकों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। मिल में जल्द ही गन्ना नहीं पहुंचने पर मिल नो केन हो जाएगी। – मुकेश मलिक, गन्ना प्रबंधक मलकपुर चीनी मिल
-मिल में 60 से 40 ट्रक गन्ना पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा किसान मिल गेट पर गन्ना लेकर आ रहे हैं। मिल में गन्ने की आपूर्ति चल रही है। मिल में अभी नो केन की कोई संभावना नहीं है। – वीपी पांडेय, प्रबंधक बागपत शुगर मिल