उत्तर प्रदेशलखनऊ

Bareilly News: स्काई वॉक पर सैर के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार, रेलिंग लगने के बाद होगा शुरू

सार

बरेली के अय्यूब खां चौराहे पर स्काई वॉक बनकर लगभग तैयार हो गया है। सिर्फ रेलिंग लगाने का काम रह गया। रेलिंग लगने के बाद ही इस पर लोग आ-जा सकेंगे। ये कब तक होगा? इसका जवाब किसी के पास स्पष्ट नहीं।

विस्तार

बरेली में 11 करोड़ रुपये की लागत से बने स्काई वॉक पर सैर के लिए शहरवासियों को अभी इंतजार करना होगा। कारण, स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रशासन ने बड़े-बड़े दावे करते हुए इसे तैयार तो करा दिया है, लेकिन रेलिंग का काम अभी बाकी है। रेलिंग का डिजायन इसे संचालित करने वाली कंपनी से विमर्श के बाद ही तय होगा। उसके बाद रेलिंग लगेगी और तब इस पर लोग आ-जा सकेंगे। ये कब तक होगा? इसका जवाब किसी के पास स्पष्ट नहीं।

स्काई वॉक का ये प्रोजेक्ट शुरुआत से ही इसी तरह लेटलतीफी का शिकार है। स्मार्ट सिटी योजना में अय्यूब खां चौराहे पर इसे बनाने का प्रस्ताव तो फरवरी 2021 से था लेकिन मंजूरी मिलने के बाद काम अप्रैल 2022 में शुरू हो सका। उम्मीद की जा रही थी कि 6 जनवरी 2024 तक काम पूरा हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद अफसरों ने दावा किया कि 31 जनवरी तक काम पूरा होगा, लेकिन अभी तक अधूरा है।

महापौर के निर्देश बेअसर

महापौर उमेश गौतम ने बीते दिनों निरीक्षण के दौरान निर्माण में तेजी लाने और रेलिंग लगवाने के निर्देश दिए थे, लेकिन बेअसर रहे और अब तक काम अधूरा है। रेलिंग कैसी लगेगी, कब तक लगेगी? यह तय ही नहीं है और बाकी स्काई वॉक तैयार है। रेलिंग न होने की वजह से लोगों को चढ़ने से भी रोका जा रहा है। वहीं फिनिशिंग के भी कुछ काम कराए जा रहे हैं। रेलिंग की डिजाइन अभी फाइनल नहीं हुई है।

अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव ने कहा कि रेलिंग तो लगनी है, लेकिन अभी इसके संचालन के लिए नीति और नियम तय हो रहे हैं। निजी फर्म को संचालन सौंपा जाना है। विचार-विमर्श इस बात पर हो रहा है कि फर्म चयनित होने पर रेलिंग लगवाई जाए या पहले।

अगर फर्म, स्काई वॉक के लुक को और बेहतर बनाने के लिए रेलिंग में बदलाव के कुछ सुझाव देती है तो उसके अनुसार निर्माण कराया जा सकता है। असल में स्काई वॉक के लुक, उपयोगिता और सुरक्षा मानकों को देखते हुए रेलिंग का निर्णय होना है। बाकी निर्माण लगभग पूरा है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। विभिन्न फर्मों से संचालन के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। प्रस्ताव आने पर वित्तीय और तकनीकी क्षमता का परीक्षण होगा।

 

आंकड़ों की नजर से

11 करोड़ 18 लाख रुपये है लागत

अप्रैल 2022 को शुरू हुआ था निर्माण

6 जनवरी 2024 को निर्माण होना था पूरा

यह होगी खासियत

स्काई वॉक पर पहुंचने के लिए लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ियों की सुविधा है। चौबीस घंटे पॉवर बैकअप का इंतजाम किया गया है, ताकि कोई लिफ्ट में फंसा न रह जाए। स्काई वॉक के ऊपर मार्केट होगी और लोग चाट पकौड़ी, आलू की टिक्की का मजा ले सकेंगे। वाईफाई की सुविधा दिए जाने पर भी विचार हो रहा है। ताकि युवा वर्ग आकर्षित हो। बस दुकानों का साइज और संचालन का तरीका अभी तय होना है।

 

सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता राजेंद्र आर्या ने बताया कि स्काई वॉक की जब से कल्पना की गई तभी से यह बात तय थी कि सुरक्षा के उपाय होंगे। उसकी मार्केट की निगरानी इंट्रीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम से होगी, लेकिन रेलिंग को लेकर अभी तक डिजाइन फाइनल न होना लेट-लतीफी दर्शाता है। अगर स्मार्ट सिटी के अभियंताओं का नजरिया शुरू से ही स्पष्ट होता तो अब तक रेलिंग भी लग गई होती और इसका संचालन भी शुरू हो जाता।

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