उत्तर प्रदेशलखनऊ

देशभर के शहरों को मिलेगी ट्रैफिक जाम से मुक्ति, केंद्र सरकार ने बनाया ये ‘मास्टर प्लान’

Alisba

देशभर के भीड़भाड़ वाले शहरों तो जल्द ट्रैफित जाम से निजात मिलने वाला है। सरकार ने शहरों को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने के लिए एक योजना बनाई है। इस योजना के तहत नए हाईवे निर्मा के साथ हाई स्पीड एक्सप्रेस-वे बनाए जाएंगे।

देश के भीड़भाड़ वाले शहरों तो ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने का प्लान

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने बनाई जाम से मुक्ति दिलाने की योजना

कई हाईवे और शहरों में हाई स्पीड एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर बनेंगी सड़कें

नई दिल्ली : देश के भीड़भाड़ वाले शहरों को ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक योजना बनाई है। इसके तहत हाइवे निर्माण के साथ-साथ दिल्ली के सराय काले खां से गाजीपुर के बीच बने हाई स्पीड एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर भी सड़कें बनाई जाएंगी। ऐसे रूट पर ना तो कोई रेडलाइट होगी और ना ही कोई कट होगा। एक बार इस हाई स्पीड कॉरिडोर में एंट्री करने के बाद ट्रैफिक इसके अंतिम या जरूरत के मुताबिक वाले छोर से ही बाहर निकलेगा।

पूरे देश में बिछेगा एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे का जाल

केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन ने बताया कि इस तरह के एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे का जाल पूरे देश में बिछाया जाएगा। इसका बड़ा फायदा होगा। हाइवे के साथ कनेक्टिविटी देनी होती है, जिसमें ट्रैफिक कई बार स्लो हो जाता है। ऐसे में इस तरह के एक्सप्रेस-वे बनाने से ट्रैफिक की स्पीड भी बढ़ेगी और लोगों को जाम से मुक्ति भी मिलेगी। खासतौर से जिन्हें शहर के बीच में जाना ही नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए बाकायदा स्टडी करके एक्सप्रेस-वे बनाने वाली योजना को प्राथमिकता देने पर काम करना शुरू किया गया है। इस तरह के एक्सप्रेस-वे पर कोई गलत एंट्री ना कर ले। इसके लिए प्रॉपर साइनेज और जागरूकता जरूरी होगी।

सैटलाइट आधारित टोल प्रोजेक्ट मार्च तक शुरू होगा

उन्होंने कहा कि सैटलाइट आधारित टोल लेने वाले प्रोजेक्ट में शुरुआत में देश की 8-10 टोल रोड को शामिल किया जाएगा। इसमें दिल्ली-जयपुर हाइवे भी शामिल हो सकता है। मार्च तक इस प्रोजेक्ट को शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यहां से मिले फीडबैक के आधार पर धीरे-धीरे पूरे देश में सैटलाइट से टोल लेने वाला प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा।

सिलक्यारा टनल के काम को आगे बढ़ाया जाएगा

चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन ने सिलक्यारा टनल को लेकर कहा कि इस हादसे से हमने बहुत कुछ सीखा है। हादसे के बाद प्रोजेक्ट का सर्वे किया गया। इसमें यह बात सामने आ रही है कि सिलक्यारा टनल प्रोजेक्ट की हालत इतनी खराब नहीं है कि उसे जारी ना रखा जा सके। जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ उसी टनल के काम को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि टनल का जो हिस्सा सबसे अधिक डैमेज हुआ था, उस हिस्से की अभी पूरी जांच नहीं हो सकी है। इसके लिए एक कमिटी हर महीने रिपोर्ट देगी, जिसमें टनल से संबंधित तमाम सुरक्षा जांच का अध्ययन होगा। साथ ही पहाड़ों में बन रही या बनने वाली या फिर पहले वाली तमाम सुरंगों की भी सेफ्टी ऑडिट चल रही हैं। इसमें 27-28 टनल को शामिल किया गया है, ताकि सुरक्षा के साथ कहीं कोई समझौता ना होने पाए।

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