कांग्रेस ने हमेशा सनातन का विरोध और तुष्टिकरण की राजनीति किया है – प्रमोद वर्मा
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्म भूमि अयोध्या सांस्कृतिक और अध्यात्म नगरी के रूप में विशिष्ट स्थान रखती है।

रजनीश कुमार प्रजापति ब्यूरो चीफ (जस्ट एक्शन)
गाजीपुर। जखनिया। 22 जनवरी को प्रभु श्री राम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस सहित उसके सहयोगी दलों द्वारा जिस प्रकार से श्रीराम भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा भेजे गए निमंत्रण का बहिष्कार किया गया है यह हिंदू बहुल देश में सनातन प्रेमियों के प्रति आस्था रखने वालों का घोर अपमान किया गया है। इस विषय पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने कहा मर्यादा पुरुषोत्तम राम सबके हृदय में निवास करते हैं, उनका स्थान सबसे विशिष्ट है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्म भूमि अयोध्या सांस्कृतिक और अध्यात्म नगरी के रूप में विशिष्ट स्थान रखती है। यह पावन नगरी सप्तपुरियों में श्रेष्ठ है। 500 वर्षों के तपस्या के बाद अपने आराध्य प्रभु श्री राम का मंदिर का निर्माण कार्य संभव हो पाया और 22 जनवरी की उनकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हो रहा है, जिसमें करोड़ों सनातनियों की आस्था है। उस कार्यक्रम में कांग्रेस व उसके सहयोगियों के द्वारा निमंत्रण को ठुकरा देना प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में न जाना हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। वर्मा ने कहा की यही है कांग्रेस का चाल चरित्र और असली चेहरा। देश को आजादी मिलने के बाद कभी नही नेहरू गांधी परिवार ने किसी हिंदू धर्मस्थल का जीर्णोद्धार कराया हो या पूजा पाठ में सम्मिलित हुआ हो। इनके लिए हिंदू बस जाति -पाति में बाटकर वोट बैंक का जरिया रहा है, इनके लिए तुष्टिकरण ही सब कुछ रहा है। वर्मा ने कहा यह पहला अवसर नहीं है कि कांग्रेस सहित विपक्षी मंदिर के उद्घाटन में नहीं जा रहे हैं। इसके पहले जब सोमनाथ मंदिर का भी जीर्णोद्धार हुआ था तो नेहरू गाँधी ने उस समय भी जाने से इनकार कर दिया था। इन कांग्रेसियों की हालत तो यह है कि 2007-8 में बाकायदा सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर राम और रामसेतु को काल्पनिक बता चुके हैं। पर अब समय आ गया है की ऐसे सनातन विद्रोहियों को भारत की जनता पहचानने लगी है और यह लोग देश को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं समझ रही है। वर्मा ने कहा विनाश काले विपरीत बुद्धि कांग्रेस सहित विरोधियों का यही हाल है। मैं इस अवसर पर यही कहना चाहूंगा कि प्रभु श्री राम सबको सद्बुद्धि दें और भारत की जनता से आग्रह करना चाहूंगा की ऐसे लोगों को की पहचान कर अपने समाज से बहिष्कृत करें। वर्मा ने कहा जो राम का नहीं हुआ वह किसी काम का नहीं होगा।