टीकरी बॉर्डर को खोलने की कवायद हुई शुरू, हटाई गई 5 लेयर की बेरिकेडिंग…जल्द रास्ते को खोल सकती है पुलिस

बहादुरगढ़ ( प्रवीण कुमार धनखड़): किसानों के दिल्ली कूच ऐलान के बाद बंद हुए राजधानी दिल्ली के बॉर्डर्स को खोलने की कवायत शुरू हो गई है। कई दिन से बंद टिकरी बॉर्डर पर नेशनल हाईवे नंबर 9 की सड़क के बीचों बीच खड़ी की गई कई लेयर की बेरिकेडिंग को अब खोला जा रहा है। पुलिस प्रशासन बड़ी-बड़ी हाइड्रा मशीनों की मदद से कंक्रीट के बैरिकेड और लोहे के कंटेनर को उठाकर साइड में रखने में जुटा हुआ है। दिल्ली आने और जाने वाले रास्ते को 20-20 फुट खोला जाएगा। हालांकि बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 मोड पर पुलिस ने जो पक्की दीवार सड़क के बीचों बीच बना रखी है और लोहे के कंक्रीट के बैरिकेड बनाकर पक्का मोर्चा बनाया है वह फिलहाल नहीं हटेगा।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली- रोहतक नेशनल हाईवे नंबर 9 के टिकरी बॉर्डर पर स्थित रास्ते को दोनों तरफ से थोड़ा थोड़ा खोला जा सकता है। क्योंकि किसान अभी पंजाब और हरियाणा के शम्भू बॉर्डर और खनोरी बार्डर पर बैठे हुए हैं। किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए राजधानी दिल्ली के बॉर्डर्स को बंद कर दिया था, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। आम लोग और बहादुरगढ़ के उद्योगपति लगातार इस रास्ते को खोलने की मांग कर रहे थे। इसके बाद इस रास्ते को खोलने की कवायत शुरू की गई है। लोहे और कंक्रीट के बैरिकेट्स के साथ-साथ लोहे के बड़े-बड़े कंटेनर्स को भी सड़क के बीच से हटा दिया गया है। अब टिकरी बॉर्डर पर सड़क के बीचों बीच कंक्रीट की पक्की दीवार बची हुई है। जल्द ही इस दीवार को तोड़कर भी रास्ता बनाया जा सकता है।
किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और केंद्रीय नेताओं के बीच कई दौर की सकारात्मक बातचीत और बातचीत के रास्ते अब भी खुले होने के कारण बंद रास्ते भी खोलने की कवायत शुरू हो गई है। टिकरी बॉर्डर पर एक तरफ जहां सड़क को खोलने की कवायत शुरू की गई है। तो वहीं दूसरी तरफ बहादुरगढ़ -नजफगढ़ रोड पर स्थित झाडोदा बॉर्डर को पूरी तरह से खोल दिया गया है। टिकरी बॉर्डर का रास्ता खुलने से यहां से होकर गुजरने वाले हजारों लोगों को सहूलियत मिलेगी।