पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करने को लेकर पूजा समितियों में उत्साह

जस्ट एक्शन संवाददाता
हकीम आजाद
बलरामपुर।नव दुर्गा के पहले दिन पूजा समितियों में मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। जगह जगह प्रतिमा स्थापना के लिए पूजा पंडालो के निर्माण आदि की तैयारी जोरों पर है। हालांकि सरकारी मशीनरी नई परम्परा न पड़ने पांवे और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए बराबर आम जनमानस तथा पूजा समितियों से अपील करता हुआ देखा गया है।
उल्लेखनीय है कि पूजा पांडालों और नव दुर्गा सप्तशती को जिले में भव्य और शांतिपूर्ण मनाने को लेकर इस वर्ष न केवल प्रशासन स्तर पर उत्साह है बल्कि पूजा समितियों का उत्साह भी चरम पर है।
बता दें कि दुर्गापूजा पर पिछले वर्ष कोरोना की वजह से रोक लगा दिया गया था। जिसके कारण प्रतिमा पूजा करने वाले कलश स्थापना कर मां की आराधना की।वैसे इस बार पंडालों में माता की प्रतिमाओं को स्थापित हो रही है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष कोरोना के कारण मूर्ति कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे ।मूर्ति कलाकार इस बार उम्मीद पाले कई कलाकार खुद से मूर्ति बनाने का काम बहुत पहले शुरू कर दिए हैं। उतरौला के मूर्ति कलाकार किस्मत बताते हैं कि पिछले बार काफी परेशानियां हुई। किन्तु इस बार उम्मीद के साथ मां की दस प्रतिमाएं बनाए हूँ। जिसमें आधा दर्जन बिक चुके हैं।कुछ समिति के लोग सम्पर्क कर रहे हैं।
वही तुलसीपुर के चर्चित मूर्ति कलाकार बड़क जी बताते हैं कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मूर्तियों का अच्छा काम चला है। जिससे तंगहाली से कुछ राहत मिली है। और आगे के लिए कई मूर्ति पूजा समिति संपर्क साध हुए हैं। जिससे उम्मीद और बढ़ी हुई है। वही पूजा पंडाल वाले बता रहे हैं कि बंगाल के मूर्तिकार को भी आमंत्रित किया गया है।
कई लोगों को मिलेगा रोजगार :
पंडाल बनाने वाले कारीगरों के साथ साथ लाइट बाजा वालो में भी उत्साह है क्योंकि इस बार उन्हें खूब काम मिला है। कई कारीगरों ने कहा कि अभी भी काम का ऑफर मिल रहा हैं।
पंडाल बनाने से लेकर पूजा समितियों ने शुरू की तैयारी
प्रशासन के सहयोग पूर्ण रवैया के कारण इस बार भव्य तरीके से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने की तैयारी में है। भव्य पंडाल बनाने से लेकर कोविड -29 के मानकों के अनुपालन को लेकर भी तैयारी में हैं। जय मां दुर्गा पूजा समिति बलरामपुर के कोषाध्यक्ष बताते हैं कि पिछले साल केवल कलश स्थापना कर मां की पूजा अर्चना की गई थी।किन्तु इस बार पूजा करने की अनुमति पहले से मिलने से उम्मीदें और अच्छा जग गई है। हालांकि कोशिश है कि इस बार भी कोविड-19 के मानकों को ध्यान में रखा जाये।और पूजा को भव्यता रूप देने आदि की तैयारी है। उन्होंने बताया कि इस बार सुबह शाम होने वाली आरती का लाइव किया जाएगा। ताकि लोग घर से भी मां की आरती में शामिल हो सके।