दिल्ली-एनसीआर वालों बड़ी खुशखबरी! एक और जिले से जुड़ेगी रैपिड रेल, दूरी घटने से सफर होगा आसान

Alisba
Delhi-Meerut Rapid Rail Corridor: भविष्य में यह दिल्ली-सोनीपत-पानीपत, दिल्ली-गुड़गांव-रेवाड़ी-अलवर के बीच भी संचालन शुरू होगा। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों का एक जगह से दूसरे जगह पर बिना जाम के पहुंचना आसान होने वाला है।
गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर को अब मुजफ्फरनगर तक लेकर जाने की तैयारी है। पिछले दिनों एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की मीटिंग में यह मामला उठाया गया। बैठक में इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है, ताकि प्रॉजेक्ट को मुजफ्फरनगर तक ले जाया जा सके। इसमें एनसीआरटीसी से ट्रैफिक स्टडी करवाने की बात चल रही है। जिससे यह पता चल सके कि इस कॉरिडोर के मुजफ्फरनगर तक बढ़ाए जाने पर कितने यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा। इस ट्रैफिक स्टडी की रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि ट्रैफिक स्टडी के लिए फंड कौन देगा, इस पर अभी विचार विमर्श किया जा रहा है। इसमें एनसीआर प्लानिंग बोर्ड और मुजफ्फरनगर से फंडिंग करवाने की बात चल रही है। अधिकारियों की मानें तो किसी को प्रॉजेक्ट को तभी आगे बढ़ाया जाता है तब ट्रैफिक स्टडी की रिपोर्ट आ जाती है।
जब अधिक से अधिक यात्रियों को इसके बनाए जाने से फायदा होगा तो प्रॉजेक्ट की डीपीआर समेत अन्य कार्रवाई आगे बढ़ाई जाती है। मालूम हो कि रैपिड रेल का नेटवर्क अभी गाजियाबाद से जेवर से लिंक किया जा रहा है। अभी साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच ट्रेन चल रही है। जबकि दुहाई से मोदीनगर के बीच ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही उसका संचालन भी शुरू किए जाने की तैयारी है
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की मीटिंग में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर को मुजफ्फरनगर तक लेकर जाने को लेकर ट्रैफिक स्टडी करवाने का फैसला किया गया है। ट्रैफिक स्टडी का काम एनसीआरटीसी से करवाया जाएगा। इसकी फंडिंग को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।
मुजफ्फरनगर के लोगों ने उठाई थी मांग
मीटिंग में शामिल हुए अधिकारियों ने बताया कि मेरठ से मुजफ्फरनगर तक रैपिड रेल को लेकर जाने के लिए वहां की पब्लिक की मांग है। जिससे वहां के जनप्रतिनिधि ने उत्तर प्रदेश शासन तक अप्रोच किया था। उनका तर्क है कि रैपिड रेल अभी तक आधे मेरठ को कवर कर रही है। इससे आगे मुजफ्फरनगर तक बढ़ाए जाने से वहां के लोगों को बहुत अधिक फायदा मिलेगा। उनका दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा तक आवागमन आसान हो जाएगा।