
ब्यूरो चीफ हमीरपुर
हरीशराज चक्रवर्ती
हमीरपुर। त्योहारों के मद्देनजर चंद रूपयों के लालच में कुछ व्यापारियों ने बाजारों को बारूद के ढेर में बैठा दिया है। बगैर किसी लाइसेंस के लाखों रुपए कीमत का पटाखा बाजार में लाकर रिहायशी मकान में छुपाया गया है और आराम से दिन भर बेचा जा रहा है।
नवरात्रि, दशहरा, करवा चौथ, दीपावली पर्व के मद्देनजर कुछ व्यापारियों ने बगैर किसी लाइसेंस के लाखों रुपये कीमत का पटाखा रिहायशी मकानों में लाकर बाजार को बारूद के ढेर में बैठा दिया है। सूत्रों का दावा है कि सुमेरपुर कस्बे के रामलीला मैदान के समीप चूड़ी बाजार, मैथिलीशरण गुप्त मार्ग के कई मकानों में पटाखे का बंपर स्टाक करके धड़ल्ले के साथ बेचा जा रहा है। मैथिलीशरण गुप्त मार्ग में कुछ वर्ष पूर्व धमाका भी हुआ था जिसमें एक व्यापारी झुलस गया था। इसके बाद इस कारोबार से मोहभंग नहीं हुआ है और यह बेखौफ होकर पटाखे का कारोबार अब भी कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि पटाखे के कारोबार में अच्छा मुनाफा इन व्यापारियों को अपने मोहजाल में फंसाए हुए हैं और यही कारण है कि वह नियमों को तिलांजलि देकर इस कारोबार को बेधड़क होकर कर रहे हैं।
दीपावली पर्व पर प्रशासन कुछ लाइसेंस जारी करता है लेकिन दशहरे पर किसी तरह का लाइसेंस नहीं मिलता है। इसके बाद बाजार में भारी मात्रा में पटाखा उपलब्ध है। इससे स्वतः साबित हो रहा है कि पटाखे का अवैध कारोबार धडल्ले से हो रहा है। सूत्र बताते हैं कि रामलीला मैदान के समीप, देवगांव मार्ग, मैथिलीशरण गुप्त मार्ग के अलावा कमलेश तिराहा के समीप से थोक एवं फुटकर पटाखा कारोबार धडल्ले के साथ किया जा रहा है। कमाल की बात यह है कि इस अवैध कारोबार की भनक पुलिस को नहीं है जबकि रामलीला मैदान और मैथिलीशरण गुप्त मार्ग थाने से चंद कदम की दूरी पर है। शायद पुलिस को भी किसी हादसे का इंतजार है। इसी वजह से पुलिस ने अभी तक इन अवैध पटाखा कारोबारियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है।
थानाध्यक्ष राम आसरे सरोज ने बताया कि उन्हें अवैध पटाखा कारोबार की जानकारी नहीं है। अगर बगैर लाइसेंस के पटाखा बेचा जा रहा है तो छापा मारकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।