UP Politics : पूर्व राज्यसभा सदस्य वीर सिंह भाजपा में शामिल, क्यों छोड़ी सपा? बता दी यह वजह

UP Politics Update उन्हें पार्टी ने तीन बार(2002 से 2020) राज्यसभा सदस्य बनाया। कई राज्यों के प्रभारी भी रहे। 2022 में बेटे को अमरोहा की मंडी धनौरा से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सपा ने बेटे को चुनाव लड़ाया वह जीत नहीं सके। लेकिन वीर सिंह का सपा में प्रभाव नहीं बन पाया।
मुरादाबादः पूर्व राज्यसभा सदस्य वीर सिंह शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने लखनऊ में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की। वीर सिंह बसपा प्रमुख मायावती के करीबी रहे थे। बसपा में जिलाध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय महासचिव तक विभिन्न पदों पर रहे थे।
उन्हें पार्टी ने तीन बार(2002 से 2020) राज्यसभा सदस्य बनाया। कई राज्यों के प्रभारी भी रहे। 2022 में बेटे को अमरोहा की मंडी धनौरा से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सपा ने बेटे को चुनाव लड़ाया, वह जीत नहीं सके। लेकिन, वीर सिंह का सपा में प्रभाव नहीं बन पाया। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बाद फोन पर बताया कि सपा में उपेक्षा के कारण उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है।