उत्तर प्रदेशलखनऊ

Purnia Seat: पूर्व सांसद मैदान से आउट, चुनाव लड़ने को लेकर दे दिया फाइनल जवाब; कांग्रेस को भी खूब सुनाया

Lok Sabha Seat पूर्णिया सीट पर नया अपडेट सामने आया है। पूर्व सांसद पप्पू सिंह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पप्पू सिंह ने कहा कि पूर्णिया की वर्तमान स्थिति से वे पीड़ा में हैं बावजूद वे यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यहां के वर्तमान नेतृत्व को अक्षम बताते हुए राजग के निर्णय पर भी असंतोष जताया।

Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव की सरगर्मी जहां धीरे-धीरे परवान चढ़ रहा है वहीं नामांकन को लेकर चल रहे एक संस्पेंस पर आज विराम लग गया है। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद रहे उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा यहां जोरों पर थी लेकिन उन्होंने सोमवार को खुद उन्होंने इस पर विराम लगा दिया है।

अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पप्पू सिंह ने कहा कि पूर्णिया की वर्तमान स्थिति से वे पीड़ा में हैं, बावजूद वे यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यहां के वर्तमान नेतृत्व को अक्षम बताते हुए राजग के निर्णय पर भी असंतोष जताया।

 

वहीं, कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा कर ठोस निर्णय नहीं लेने की बात कही। कहा कि वे जनसुराज से जुड़ कर यहां के जनता की सेवा करते रहेंगे। लोकसभा क्षेत्र में पूर्व सांसद पप्पू सिंह की गहरी पैठ मानी जाती है।

दो बार भाजपा से यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं पप्पू सांसद

वे दो बार भाजपा (BJP) से यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, लेकिन फिर कांग्रेस (Congress) के टिकट पर चुनाव लड़े और निवर्तमान सांसद संतोष कुशवाहा से पराजित हो गए।

इस बार उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि निवर्तमान नेतृत्व की वजह से पूर्णिया विकास की पटरी से उतर गया है। कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि राजग इस बार अच्छे प्रत्याशी को यहां की कमान सौंपेगा, लेकिन एक बार फिर निराशा हुई है।

 

उन्होंने कहा कि यही हाल कांग्रेस पार्टी का भी है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि पार्टी के अनिर्णय वाली स्थिति के कारण यहां उहापोह की स्थिति बनी हुई है, जिससे महागठबंधन को नुकसान पहुंच सकता है।

पूर्णिया के विकास के लिए उनका संर्षष लगातार जारी रहेगा

उन्होंने कहा कि यहां की जनता उनसे बार-बार निर्दलीय चुनाव लड़ने का आग्रह कर रही है, लेकिन यह इतना आसान नहीं है। कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं लेकिन यहां की जनता की सेवा के लिए जन सुराज से जुड़ कर पूरे सीमांचल में अभियान चलाएंगे। इस दौरान उनके साथ उनके पुत्र भी मौजूद थे।

पूर्व सासंद ने कहा की उनके राजनीतिक जीवन काल के दौरान बीते तीन महीने काफी कठिनाई वाला रहा। यहां के लोगों के सैकड़ों फोन कॉल एवं उनके द्वारा पूछे गए सवाल उन्हें परेशान करते रहे। उन्होंने कहा कि पूर्णिया के विकास के लिए उनका संर्षष लगातार जारी रहेगा।

 

 

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