. तो क्या नोएडा में फिर आएगी इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन की पॉलिसी? मौजूदा पर मंत्री और आयुक्त एक मत नहीं

Noida News: नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी में नवंबर में लागू हुई नई पॉलिसी के मत एक न होने के कारण, गौतमबुद्धनगर जिले की तीनों अथॉरिटी में इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन की पॉलिसी में बदलाव करने की संभावना है।
नोएडा: गौतमबुद्धनगर जिले की तीनों अथॉरिटी में इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन की पॉलिसी बदलने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसका कारण नवंबर में लागू हुई नई पॉलिसी पर औद्योगिक विकास मंत्री और औद्योगिक विकास आयुक्त के मत एक न होना माना जा रहा है। मौजूदा समय में इंटरव्यू और अन्य मानक पर प्लॉट आवंटन की पॉलिसी प्रभावी है। इस पर मंत्री ने पत्र जारी कर रोक लगाई है। सामने आए मंत्री के पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री से इसको लेकर निर्देश मिलना बाकी है। तब तक ई-नीलामी की जगह किसी दूसरे तरीके से आवंटन नहीं किया जाए।
अप्रैल-2022 से पहले थी इंटरव्यू की व्यवस्था
जब ई-नीलामी आई तो उसके पहले इंटरव्यू व मानक देखकर प्लॉट आवंटन की व्यवस्था तीनों अथॉरिटी में थी। अथॉरिटी प्लॉट के आवेदन के साथ प्रॉजेक्ट रिपोर्ट लेती थी। इसमें आवेदन कर रहे उद्यमी को बताना होता था कि वह प्लॉट पर कौन सा उद्योग लगाएगा और कितने रोजगार आएंगे, निवेश कितना होगा। इन मानकों पर नंबर तय होते थे। इसके बाद इंटरव्यू भी होता था।
अप्रैल-2022 में आई थी ई-नीलामी
बीते समय को देखें तो इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन पॉलिसी में बदलाव होना कोई नया नहीं है। अप्रेल-2022 में तीनों अथॉरिटी ई-नीलामी व्यवस्था लेकर आई थी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी में 04, 05 और 26 अप्रैल 2022 की बोर्ड बैठकों में प्लॉट ई-नीलामी के जरिए आवंटन करने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद नोएडा अथॉरिटी में 3 स्कीम भी आ चुकी हैं।