यूपी में विकास की गति तेज, एक्सप्रेसवे हाईवे से जोड़े जाएंगे ये जिले

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का नया दौर शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल के तीसरे बजट में एक्सप्रेसवे के लिए बड़ी राशि का आवंटन किया है। इसके साथ ही, वे नए लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना भी बना रहे हैं, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ेंगे। इस लेख में, हम योगी सरकार की एक्सप्रेसवे की बड़ी योजनाओं के बारे में जानेंगे।
आगरा-लखनऊ-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे
योगी सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का फैसला किया है। इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 60 किमी होगी और इसकी लागत 2,000 करोड़ रुपये से अधिक होगी। इस लिंक एक्सप्रेसवे से आगरा से पूर्वांचल तक का सफर समय और ईंधन की बचत होगी। इसके अलावा, इससे राज्य के पर्यटन, औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
योगी सरकार ने चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना भी बनाई है। इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 14 किमी होगी और इसकी लागत 300 करोड़ रुपये होगी। इस लिंक एक्सप्रेसवे से चित्रकूट का विकास होगा और यहां के पर्यटकों को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लाभ मिलेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे
योगी सरकार की सबसे बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजना है गंगा एक्सप्रेसवे, जो मेरठ से प्रयागराज तक जाएगा। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 594 किमी होगी और इसकी लागत 36,000 करोड़ रुपये होगी। इस एक्सप्रेसवे से 12 जिलों को जोड़ा जाएगा और इसके दोनों ओर 30 औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे। इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन दिसंबर 2024 तक करने का लक्ष्य है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
योगी सरकार ने गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया है। इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 91 किमी होगी और इसकी लागत 5,555 करोड़ रुपये होगी। इस लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ और अंबेडकरनगर जिलों का विकास होगा और इन जिलों के लोगों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लाभ मिलेगा।
इन सभी एक्सप्रेसवे परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश में यातायात, पर्यटन, औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों को नई गति मिलेगी।