Gorakhpur News: सीएम से मिले उद्यमी, गीडा में फोरलेन बाईपास की मांग

कर्मचारियों के लिए सस्ते मकान, फैक्टरियों के लिए टेस्टिंग लैब बनाने की भी मांग
गोरखपुर। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज से जुड़े उद्यमियों ने रविवार सुबह मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान सीएम को सहजनवां में होने वाले जाम से निजात के लिए भीटी रावत से गीडा सेक्टर 15 होते हुए तेनुआ टोल प्लाजा तक फोरलेन बाईपास निर्माण की मांग की गई। इसके अलावा फैक्टरी कर्मचारियों के लिए सस्ते आवास और उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए लैब स्थापित करने की मांग भी हुई।
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह ने कहा कि सहजनवां से कालेसर जीरो प्वाइंट तक हमेशा फोरलेन पर जाम लगा रहता है। इससे फैक्टरियों को माल आपूर्ति में भी दिक्कत आती है। इसलिए भीटी रावत से सेक्टर 15, सेक्टर 13, लिंक एक्सप्रेसवे होते हुए तेनुआ टोल प्लाजा तक फोरलेन बाईपास बनाया जाए तो जाम से राहत मिलेगी।
कहा कि गीडा क्षेत्र में अब करीब 25 हजार कर्मचारी काम करते हैं। इनके लिए सस्ते आवास भी बनवाया जाना चाहिए। इसके अलावा एमएसएमई विभाग की तरफ से एक टेस्टिंग लैब की स्थापना भी गीडा क्षेत्र में जरूरी है। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों की बातों को गंभीरता से सुना और इस पर संबंधित विभाग के अफसरों के साथ चर्चा कर कार्रवाई का निर्देश दिया। इस दौरान विष्णु अजीत सरिया, एसके अग्रवाल, प्रवीण मोदी, आकाश जालान और भोला जायसवाल मौजूद रहे।
गेहूं का रेट एक समान होने से संकट में फ्लोर मिलें
केंद्र सरकार ने गेहूं का बाजार मूल्य नियंत्रित करने के लिए पिछले साल पूरे देश में एक समान विक्रय मूल्य (2125 रुपये प्रति क्विंटल) निर्धारित कर दी है। इसका असर यूपी के फ्लोर मिलों पर पड़ा है। रविवार को चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की तरफ से मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में इसका जिक्र करते हुए बताया गया कि पंजाब, यूपी और दक्षिण भारत के राज्यों का भी एक समान रेट होने से उद्यमियों को गेहूं की खरीद महंगी पड़ रही है। यहां से तैयार आटा दक्षिण भारत में भेजने पर खर्च अधिक आएगा, जिससे रेट बढ़ जाएगा