उत्तर प्रदेशलखनऊ

UP के ये दो जिलें होंगे निहाल, हाइवे के लिए 27 से अधिक गावों की जमीन होगी अधिग्रहित

Alisba

UP National Highway : उत्तर प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाकर यातायात को सुगम बनाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। प्रदेश में आज भी बहुत से हाइवै और सड़के बनाई जा रही है। 2017 तक उत्तर प्रदेश में नेशनल हाइवे 8364 किलोमीटर था, जो अब तक 3226 किलोमीटर और जुड़ चुका है। जिससे राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 11590 किमी हो चुकी है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के दो जिलों के बीच एक और नया हाईवे का काम शुरू हो चुका है।

The Chopal, UP News : अलीगढ़ और आगरा के बीच यात्रा करने वालों के लिए एक शानदार खबर आई है। केंद्र और राज्य सरकार सेंट्रल रोड फंड (CRF) से दोनों जिलों में परिवहन को आसान करने के लिए नया हाईवे बनाया जा रहा हैं। इसके लिए भी शीर्ष स्तर पर ड्राइंग बन चुकी है। अब ड्रोन सर्वे की तैयारी की जानी चाहिए। तैयार ड्राइंग के अनुसार, अगर ये हाईवे बनता है तो इससे हाथरस के मुरसान क्षेत्र को सीधा फायदा मिलने वाला है।

हालाँकि, स्थानीय स्तर पर अभी तक इस परियोजना पर कोई अपडेट नहीं आया है। ज्ञात सूत्रों से सूचित होता है कि सरकार इस नए हाईवे को इकोनामिक कॉरिडोर (आर्थिक गलियारा) के रूप में विकसित करने का प्लान बना रही है, जो अलीगढ़-पलवल रोड पर बन रहे डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। आगरा एयरपोर्ट को अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ने के लिए नया हाईवे बनाने और इसके साथ एक आर्थिक गलियारा बनाने की सरकारी इच्छा है, ऐसा सूत्रों से पता चला है।

क्योंकि यह अलीगढ़ से बाहर से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाईवे) बाईपास से जोड़कर शुरू होगा और आगरा में खंदौली पर यमुना एक्सप्रेस वे से जुडने वाला है। इसलिए हाईवे भी अलीगढ़ में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर के लिए जेवर एयरपोर्ट का तीसरा विकल्प होगा।

बताते हैं कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बन रहे जेवर एयरपोर्ट, अलीगढ़-पलवल रोड पर डिफेंस कॉरिडोर और अन्य उद्योगों के कारण संबंधित क्षेत्रों में अब जमीन नहीं है। साथ ही यह हाईवे अलीगढ़-पलवल मार्ग पर यातायात की अधिकता होने या आपातकालीन परिस्थितियों में आगरा और यमुना एक्सप्रेस वे तक पहुंचने का एक विकल्प भी बनेगा, जो जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचता है। हालाँकि, परियोजना अभी शुरुआती दौर में है, इसलिए कोई अधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं है। संकेत बताते हैं कि ड्रोन सर्वे जल्द ही होगा। फिर प्रस्ताव कराया जाएगा।

नवीन राजमार्ग के मुख्य मुद्दे

जेवर एयरपोर्ट को आगरा से जोड़ने का एक उपाय अलीगढ़ के रक्षा कॉरिडोर को भी जोड़ेगा।

रोड अलीगढ़ से हाथरस और फिर आगरा के खंदौली तक जाएगा।

ड्राइंग में प्रत्येक क्षेत्र का लाख प्रति बीघा और लाख प्रति हेक्टेयर मूल्य भी बताया गया है।

नया राजमार्ग तीनों जिलों के 59 गांवों से जुड़ेगा।

यह शुरू होगा अलीगढ़ में हाईवे बाईपास से, जो आगरा के खंदौली में यमुना एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा।

इन गांवों की जमीन एक्वायर होगी

अलीगढ़ में गाँव: कस्बा कोल (आगरा-मथुरा कट के मध्य से हाईवे बाईपास पर), दौलारा निरपाल, मनोहरपुर कायस्थ, मुकुट गढ़ी, एसी, आबूपुर

सिंघर, देदामई, बिलखौरा कला, जसराना, रुदायन, लढ़ौता, लुहारा, दिनावली, नगला गढ़ू, छोड़ा गड़उआ, गारवगढ़ी, नगला सामंत, नौपुरा, गढ़ी नंदराम, अहबरनपुर, संगीला नगला बरी, मूंगसा, टुकसान, धातुरा खुर्द, सूरजा, पिलखोनिया, अजरोई, बगुली कमालपुर, धींगरा, मथू,

आगरा के गाँवों में कंजौली, खंदौली, पैंठ खेड़ा और राम नगर खंदौली शामिल हैं।

अब सफर 3 घंटे में पूरा होता है।

अलीगढ़ (UP) से आगरा जाने वाली सड़क मडराक, सासनी, हाथरस, सादाबाद और खंदौली होती है। 85 किलोमीटर लंबी सड़क को पूरा करने में दो से तीन घंटे लगते हैं। इस दो लेन वाली सड़क पर टोल मडराक और बरौस पर वसूला जाता है।
लंबे समय से इस राजमार्ग को फोरलेन करने की मांग की जाती रही है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। विभाग का कहना है कि दो लेन राजमार्ग यही रहेगा। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो खंदौली से हाथरस की सीमा तक चलेगा और दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को शहर से बाहर जोड़ेगा, अलीगढ़ में प्रस्तावित है।

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