उत्तर प्रदेशलखनऊ

Muzzaffarnagar News: भाकियू के ट्रैक्टर मार्च से कराह उठा हाइवे, चार बजे के बाद खुले मार्ग, लोगों ने ली राहत की सांस

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कई स्थानों पर किसानों के बीच पहुंचे। मुजफ्फरनगर से गाजीपुर के बीच मेरठ में कई स्थानों पर किसान हाइवे पर चटाई बिछाकर बैठ गए। खतौली के पास भंगेला में किसान धरने पर हैं। मंसूरपुर क्षेत्र के घासीपुरा और नावला कोठी ने किसानों ने एक तरफ का रास्ता बंद किया। जहां ट्रैक्टरों की संख्या ज्यादा थी वहां पर पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया।

भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर सोमवार को दिल्ली-देहरादून हाइवे और दिल्ली की तरफ जाने वाले अन्य रास्तों पर एक तरफ किसानों ने ट्रैक्टर खड़ा कर प्रदर्शन किया। हरिद्वार के पास मुजफ्फरनगर सीमा से लेकर गाजियाबाद के गाजीपुर तक बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कई स्थानों पर किसानों के बीच पहुंचे। मुजफ्फरनगर से गाजीपुर के बीच मेरठ में कई स्थानों पर किसान हाइवे पर चटाई बिछाकर बैठ गए। खतौली के पास भंगेला में किसान धरने पर हैं। मंसूरपुर क्षेत्र के घासीपुरा और नावला कोठी ने किसानों ने एक तरफ का रास्ता बंद किया। जहां ट्रैक्टरों की संख्या ज्यादा थी वहां पर पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया।

भोपा पुल के पास लंबा जाम रहा। किसानों के हाथों में केंद्र की नीतियों का विरोध करते बैनर, पोस्टर थे। हालांकि हाइवे की दूसरी साइड पर वाहनों को निकालने की व्यवस्था थी लेकिन कई स्थानों पर जाम रहा। हाईवे पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है।

शाम चार बजे राकेश टिकैत ने मंसूरपुर में ट्रैक्टर लेकर पहुंचे किसानों के बीच पहुंचे। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार उनके अधिकारों को दबाना चाहती है। एनएच 58 पर कई स्थानों पर विश्व व्यापार संगठन और सरकार का पुतला फूंका गया। हाईवे पर कार्यकर्ताओं ने तीन प्वाइंट बनाए।मंसूरपुर में नावला कोठी, रतनपुरी में रायपुर नंगली का पुल और खतौली में भंगेला, तिगाई की तरफ ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी की गईं। प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर किसान शाम साढ़े चार बजे तक वापस लौट गए।

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