रामजानकी मार्ग: बड़हलगंज से बिहार सीमा तक बनेगी 57 किमी लंबी नई सड़क, खर्च होंगे 1000 करोड़

पीआईयू परियोजना निदेशक मनीष चौहान ने कहा कि रामजानकी मार्ग के भाग-दो बड़हलगंज से बिहार बाॅर्डर मेहरोना तक 57 किमी सड़क का निर्माण परियोजना क्रियान्चयन इकाई पीआईयू करा रही है। अब तक इस सड़क के लिए 65 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत की जा चुकी है।
रामजानकी मार्ग पर बड़हलगंज से बिहार बॉर्डर स्थित मेहरौना तक 57 किलोमीटर लंबी सड़क के नए निर्माण पर लगभग एक हजार करोड़ की लागत आएगी। बड़हलगंज से देवरिया के कुंडवली तक 45 किलोमीटर सड़क 10 मीटर चौड़ी होगी, जबकि कुंडवली से मेहरौना तक 12 किलोमीटर सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। इसके लिए सड़क के किनारे स्थित 13 हजार पेड़ काटे जा रहे हैं। निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही बिजली के तार व पोल भी हटाए जाएंगे।
प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या को माता सीता की नगरी जनकपुर से जोड़ने के लिए सरकार ने रामजानकी मार्ग के चौड़ीकरण का निर्णय लिया है। इसके तहत जनपद की सीमा में सिकरीगंज से बड़हलगंज तक 40 किलोमीटर मार्ग के निर्माण की जिम्मेदारी एनएच को दी गई है, जबकि उसके दूसरे हिस्से बड़हलगंज से बिहार बाॅर्डर स्थित मेहरोना तक 57 किमी सड़क निर्माण की जिम्मेदारी पीआईयू परियोजना क्रियान्वयन इकाई को दी गई है।
इस सड़क का निर्माण पूरा होने से अयोध्या से बिहार में नेपाल बाॅर्डर तक बेहतर रास्ता मिल जाएगा। यह सड़क बड़हलगंज से देवरिया जिले के कुंडवली गांव तक 10 मीटर चौड़ी होगी, जबकि, कुंडवली से मेहरौना तक 12 किलोमीटर सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। सड़क निर्माण का ठेका पुणे की फर्म वीएन पॉवर को मिला है, जो बिजली के पोल और तार को हटवाएगी।
इस हिस्से की सड़क के निर्माण के लिए 95 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली गई है। इसके लिए 270 करोड़ का मुआवजा दिया जा रहा है। सड़क के किनारे जो 13 हजार पेड़ काटे जा रहे हैं, उसके लिए वन विभाग को 35 करोड़ का मुआवजा दिया गया है। ठेकेदार ने सर्वे का कार्य शुरू करा दिया है। अभी 65 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत की गई है। जब 90 प्रतिशत जमीन मिल जाएगी तब निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।
पीआईयू परियोजना निदेशक मनीष चौहान ने कहा कि रामजानकी मार्ग के भाग-दो बड़हलगंज से बिहार बाॅर्डर मेहरोना तक 57 किमी सड़क का निर्माण परियोजना क्रियान्चयन इकाई पीआईयू करा रही है। अब तक इस सड़क के लिए 65 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत की जा चुकी है। 90 प्रतिशत जमीन मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। पूरी उम्मीद है कि फरवरी के अंत तक निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।