UP: चुनाव में सप्लाई के लिए तमंचे कर रहा था तैयार, निर्माणाधीन भवन को बना दिया फैक्टरी, हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार

मुरादाबाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार बनाने वाले फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी हथियारों को चुनाव के दौरान सप्लाई करना चाहता था।
मूंढापांडे थाना क्षेत्र में आईटीआई कॉलेज के निर्माणाधीन भवन को संभल के हिस्ट्रीशीटर उस्मान ने अवैध शस्त्र बनाने का अड्डा बना लिया। पुलिस ने निर्माणाधीन भवन की घेराबंदी कर हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से भारी मात्रा में तमंचे और तमंचे बनाने के उपकरण के अलावा कारतूस बरामद हुए हैं।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह लोकसभा चुनाव में असलहों की सप्लाई करने के लिए तैयार कर रहा था। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि सूचना मिली कि मूंढापांडे क्षेत्र में सरकड़ा खास से खैरखाता जाने वाले लिंक मार्ग किनारे आईटीआई कॉलेज का भवन निर्माणाधीन है। भवन काफी समय से बंद पड़ा है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि भवन में पिछले कुछ समय से कोई मौजूद है। रात में अक्सर यहां से मशीनें चलने की आवाज आती है। पुलिस ने शुक्रवार रात भवन की घेराबंदी कर ली। तब यहां से एक व्यक्ति पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना उस्मान निवासी नरौली थाना बनियाठेर जिला संभल बताया।
आरोपी उस्मान संभल का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ अलग अलग थानों में 45 केस दर्ज हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि लोकसभा चुनाव में अवैध हथियारों की डिमांड बढ़ जाती है। चुनाव में खपाने के लिए वह तमंचे तैयार कर रहा था।
पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। शनिवार शाम पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने मौके से यह सामान किया बरामद
एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस को मौके से 12 बोर के 10 तमंचे, एक तमंचा अधबना, 315 के दो तमंचे, एक तमंचा अधबना, 12 बोर की तीन नाल, 315 बोर की 22 नाल, दो रेती, एक लोहा काटने वाली आरी, उसके ब्लेड, प्लास, पेचकस, संडासी, लुखानी, 12 बोर के आठ कारतूस व एक खोखा, 315 बोर के आठ कारतूस और शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। इनके अलावा एक बाइक, 310 रुपये और मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।
13 साल में उस्मान पर दर्ज हुए 45 केस
अवैध शस्त्र बनाने की फैक्टरी चला रहा हिस्ट्रीशीटर लूट, चोरी, डकैती और अन्य मामलों में जेल जा चुका है। 2011 में आरोपी के खिलाफ पहला मुकदमा संभल के चंदौसी थाने में डकैती का दर्ज किया गया था। इसके बाद संभल और मुरादाबाद के अलग-अलग थानों में उस्मान के खिलाफ 45 केस दर्ज हो चुके हैं।