उत्तर प्रदेशलखनऊ

Varanasi News: 1000 एकड़ की टाउनशिप को 20 साल बाद मिला रास्ता

वाराणसी। अमरा में वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर 1000 एकड़ रकबे में प्रस्तावित आवास विकास की बाईपास टाउनशिप योजना को 20 वर्ष बाद रास्ता मिला है। जमीन के अभाव में टाउनशिप तक एंट्रेंस न मिल पाने के कारण यह टाउनशिप योजना लंबे समय से अटकी पड़ी थी। अब इसमें नीबिया गांव को शामिल किए जाने के बाद टाउनशिप तक पहुंचने का रास्ता मिल गया है।

उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने वर्ष 2004 में अमरा में बाईपास गृहस्थान योजना के नाम से नई टाउनशिप प्रस्तावित की थी। शुरुआती दौर में इस योजना में 30 गांवों को शामिल किया गया था। बाद में भूमि अधिग्रहण और मुआवजे आदि को लेकर काश्तकारों का विरोध और स्थानीय राजनीति बढ़ने लगी तो बोर्ड ने इसके समाधान के लिए आश्वासन समिति गठित किया। ज्यादातर काश्तकार कम मुआवजा और मौके पर पक्का निर्माण आदि होने का हवाला देकर जमीन देने के लिए राजी नहीं थे। इस पर समिति ने इस योजना से 21 गांवों को बाहर कर दिया। इसके बाद बचे नौ गांवों के चिह्नित रकबों की भौगोलिक स्थिति ऐसी थी कि हाईवे से टाउनशिप तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं था। इसके बाद रास्ते के लिए जमीन की तलाश में योजना अटकती चली गई। लंबे इंतजार के बाद आवास विकास ने इस योजना में नीबिया गांव को भी शामिल कर लिया है। इससे अब यह 10 गांवों की टाउनशिप योजना हो गई है।

बाईपास गृहस्थान योजना के लिए नीबिया गांव को शामिल किए जाने के बाद अब वहां एंट्रेस की दिक्कत खत्म हो गई है। अब नियोजन समिति के निर्णय के अनुसार जल्द ही इस पर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। – आईके सिंह, प्रशासनिक अधिकारी, आवास विकास परिषद

प्लॉट, कॉम्प्लेक्स और हाॅस्पिटल बनाने की तैयारी

एनएच-19 से लगी इस टाउनशिप योजना में कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल और आवासीय भवन बनाने का प्रस्ताव है। इसके अलावा आवास विकास परिषद इसमें प्लॉट आवंटन भी करेगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। नियोजन समिति के निर्देश पर काश्तकारों को नोटिस देकर आपत्तियां मांगी जाएंगी।

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