बाबा साहेब मनुवादी व्यवस्था के विरोधी रहे ब्राह्मण के खिलाफ नहीं: वी के प्रसाद
रुकुनपुर गांव में मनाई गई बाबा साहेब की जयंती

दैनिक जस्ट एक्शन
अशोक कुमार वर्मा
अयोध्या।
डॉ भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव समिति रुकुनपुर पातूपुर के तत्वाधान में अंबेडकर पार्क पर आयोजित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 133 वीं जयंती के मुख्य अतिथि एसडीएम न्यायिक बीकापुर बृजेश कुमार प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मनुवादी व्यवस्था के खिलाफ थे ब्राह्मण के खिलाफ नहीं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब गरीबों मजलूम दलितों पिछड़ों के अधिकार के लिए हमेशा संघर्षशील रहे। बाबा साहेब के बदौलत शिक्षा पाने का अधिकार मिला नौकरियों में आरक्षण जैसे और भी अधिकार दिलाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। बाबा साहब समाज के चिंतक, विदेश में जाकर शिक्षा ग्रहण करने वाले पहले व्यक्ति रहे। बाबा साहेब का उद्देश्य था कि दलितों पिछड़ों समाज के लोग शिक्षा पर विशेष ध्यान दें जिससे उनके विकास का रास्ता अपने आप स्वता खुल जाए। विशिष्ट अतिथि नायब तहसीलदार रामखेलावन ने कहा कि बाबा साहेब एक महान समाज सुधारक के साथ-साथ उन्ही की देन है कि महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला। ऐसे महापुरुष के चरणों में शत-शत नमन। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मौलिक अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी शास्त्री ने डॉ भीमराव अंबेडकर के बारे में विस्तार से लोगों को बताया और संविधान के बारे में भी जानकारी दी गई। बाबा साहब व्यवस्था के खिलाफ थे न कि जाति के खिलाफ उन्होंने व्यवस्था को परिवर्तन करने के साथ-साथ गरीबों मजलूम ऑन के हक हकूक अधिकारों को दिलाने के लिए संघर्ष किया। लोगों के लिए कहा जैसा कर्म व मेहनत किया जाएगा वैसा ही मिलेगा। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन तहसील अध्यक्ष बीकापुर अशोक कुमार वर्मा ने ने कहा कि बाबा साहेब पिछड़ों दलितों के लिए मसीह के रूप में जाने जाते हैं उन्होंने उनके अधिकारों के लिए काफी लंबी लड़ाई लड़ी। वर्तमान परिवेश में पिछड़ों दलितों का अस्तित्व है वह डॉ भीमराव अंबेडकर की बदौलत है। बाबा साहेब ने समाज में फैली तमाम कुरीतियों को दूर करने का काम किया। इसलिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाई जाती है। जयंती समारोह को रामलला वर्मा, मुकुल आनंद, अनिल कनौजिया के अलावा महिलाओं ने भी संबोधित किया। जयंती समारोह का संचालन आयोजन समिति के प्रबंधक काशीराम कौशिक ने किया। उन्होंने कहा कि जयंती समारोह में आए हुए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, अतिथिगण तथा ग्रामवासी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बाबा साहेब के गगन बेदी नारे भी लगे। वहीं दूसरी तरफ जयंती समारोह में उपस्थित लोगों को भोज भी कराया गया।