कौन हैं अशोक तंवर: कांग्रेस छोड़ी, नई पार्टी बनाई, पहले TMC फिर आप ज्वाइन की; अब केजरीवाल को दिया झटका

Alisba
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है। अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हरियाणा में अशोक तंवर एक बड़ा राजनीतिक चेहरा हैं। आप ने अशोक तंवर को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया था। मगर तंवर का आप से जल्द ही मोहभंग हो गया।
आम आदमी पार्टी को गुरुवार को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दिग्गज नेता अशोक तंवर ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस छोड़ने के बाद अशोक तंवर राजनीतिक उतार-चढ़ाव से गुजरते रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के बाद और हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक तंवर ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहा था। तंवर को राहुल गांधी का करीबी कहा जाता है। मगर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के साथ राजनीतिक मतभेद और पार्टी में खींचतान के बाद अशोक तंवर ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।
अशोक तंवर को राहुल ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी बनाया था। 26 फरवरी 2021 को अशोक तंवर ने नई दिल्ली में अपनी नई पार्टी का गठन किया। इस पार्टी का उन्होंने ‘अपना भारत मोर्चा’ नाम रखा था। हालांकि बाद में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। तृणमूल कांग्रेस ने अशोक तंवर को गोवा चुनाव की जिम्मेदारी दी थी। मगर पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा।
तृणमूल कांग्रेस में भी अशोक तंवर का मन जल्द भर गया और उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया। इसके बाद उन्होंने 2022 में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आप आदमी पार्टी ज्वाइन की। तंवर के आने पर आम आदमी पार्टी भी उत्साहित थी। मगर यह उत्साह ज्यादा दिन बरकरार नहीं रह सका। अब अशोक तंवर ने 18 जनवरी यानी गुरुवार को आम आदमी पार्टी को भी अलविदा कह दिया है।
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके तंवर
अशोक तंवर पांच साल और आठ महीने तक हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2009 से 2014 तक सिरसा से सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट पर ही हार का सामना करना पड़ा था। अशोक तंवर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव भी रह चुके हैं। सबसे कम उम्र में अशोक तंवर भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने थे। इसके अलावा वह नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ( एनएसयूआई) के पूर्व अध्यक्ष थे। अशोक तंवर का राजनीतिक सफर एनएसयूआई के कार्यकर्ता के तौर पर शुरू हुआ था।
भाजपा में शामिल होने की चर्चा
सियासी गलियारों में चर्चा है कि अशोक तंवर जल्द ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। कुछ दिन पहले नई दिल्ली में उनकी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात भी हो चुकी है। माना जा रहा है कि भाजपा उन्हें सिरसा या अंबाला लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है।
जब तंवर ने कहा भाजपा ने दिया ऑफर, सीएम बोले- गलत दावा
2019 में जब अशोक तंवर ने कांग्रेस को अलविदा कहा था तब उन्होंने दावा किया था भाजपा ने उच्च पद की पेशकश की थी। मगर उन्होंने किसी भी दल में जाने से साफ इंकार कर दिया था। इसके बाद अपनी पार्टी का गठन किया। मगर यह ज्यादा दिन नहीं चल सकी। वहीं तंवर के दावे पर तब हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि भाजपा में उनके शामिल होने की कोई संभावना नहीं है। सीएम ने तंवर के दावे को गलत बताया था।