
Amit Shah in Gandhinagar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को गुजरात के गांधीनगर में कई परियोजनाओं का लोकार्पण करने पहुंचे। इस दौरान गृहमंत्री ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। इसके आलाव आपॅरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सेना की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को विकसित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन इसी के साथ पीएम मोदी ने देश को सुरक्षित करने का भी काम किया।” उन्होंने यह भी कहा, “जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभाली उसके बाद तीन बड़े हमले हुए और पीएम मोदी ने हर आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।” बताया कि “उरी के हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से दिया, पुलवामा हमले का जवाब एयर स्ट्राइक से दिया और पहलगाम हमले का जवाब पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के तहत दिया गया है। ”
बताते चलें कि, ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने शौर्य और साहस का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालयों का खत्मा कर दिया है। जहां आतंकी बनाए जाते थे, वैसे 9 ठिकानों को ध्वस्त करने का काम किया। कहा कि “आजादी के बाद यह पहली बार हुआ है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने पकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर जवाबी कार्रवाई की है। हमारे बम की धमाकों ने आतंकवादियों को यह स्पष्ट संदेश दिया कि अगर कोई आतंकी घटना की गई तो उसका जवाब दोगुने जोश से दिया जाएगा।”
बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से पाकिस्तान डरा हुआ है। पाकिस्तान का एक भी मिसाइल भारत की जमीन पर नहीं गिरा सका, एक भी ड्रोन भारत की सीमा पर नहीं गिर पाया, पाकिस्तान के सभी हमलों को हमने विफल कर दिया। इसके अलावा पाकिस्तान में बैठे 100 से अधिक दुर्दांत आतंकवादियों को भी मार गिराया। हमने पाकिस्तान के नूरखान एयरबेस और सरगोधा एयरबेस समेत पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह कर दिए। हम हाइड्रोजन बम की धमकी से डरने वाले नहीं है।” गृह मंत्री ने कहा, “सिंदूर का सम्मान करना भारत का संस्कार है, ये दुनिया के सभी लोगों को एक साथ समाचार देने का काम इस ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ देने से हो गया. प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में जो वादा किया था उसको पूरा किया. उन्होंने कहा था कि आतंकवाद को मिट्टी में मिला देंगे और हमारी सशस्त्र बलों के जवानों के शौर्य और साहस ने आतंकवाद और आतंकवादियों को मिट्टी में मिला दिया।”