NIA: फिलीपींस में बैठ भारत में आतंक फैलाता था ‘पीता’, पाक सीमा से हथियार तो जबरन वसूली कॉल से जुटाता था पैसा

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एनआईए ने गुरुवार को आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क मामले में अर्श डाला के करीबी सहयोगी मनप्रीत सिंह उर्फ ‘पीता’ के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि पीता, आतंकवादी संगठन, खालिस्तान टाइगर फोर्स के संचालक, अर्श डाला के निर्देशों पर काम करता था। वह फिलीपींस से ही आतंकी गिरोह का संचालन करता था…
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आरोप पत्र में बड़ा खुलासा हुआ है। देश में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ‘फिलीपींस’ से गैंग संचालित होता था। कनाडा स्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के संचालक अर्श डाला के निर्देशों के अनुसार, मनप्रीत सिंह ‘पीता’ आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क चला रहा था। वह भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से हथियार जुटाता था, जबकि जबरन वसूली कॉल के माध्यम से धन एकत्रित करता था। आतंकी गतिविधियों एवं आपराधिक साजिशों को अंजाम देने के लिए ‘पीता’ ने कई गिरोह खड़े लिए थे। वह इन गिरोह में आतंकियों की भर्ती कर रहा था। उसे पिछले साल फिलीपींस से निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया गया था।
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एनआईए ने गुरुवार को आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क मामले में अर्श डाला के करीबी सहयोगी मनप्रीत सिंह उर्फ ‘पीता’ के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि पीता, आतंकवादी संगठन, खालिस्तान टाइगर फोर्स के संचालक, अर्श डाला के निर्देशों पर काम करता था। वह फिलीपींस से ही आतंकी गिरोह का संचालन करता था। वह ‘डाला’ और केटीएफ के लिए भारत-पाक सीमा से हथियार इकट्ठा करता था। इसके अलावा धन जुटाने के लिए वह जबरन वसूली कॉल का सहारा लेता था।
भारत सरकार ने फरवरी 2023 में केटीएफ को आतंकवादी संगठन घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगा दिया था। पीता का प्रयास था कि देश में ज्यादा से ज्यादा आतंकी गिरोह खड़े किए जाएं। इसके लिए उसने डाला के इशारे पर आतंकी अपराधों और साजिशों को अंजाम देने के लिए नए सदस्यों की भर्ती शुरू की थी। उन्हें पिछले साल फिलीपींस से निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने नई दिल्ली स्थित विशेष एनआईए अदालत में आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क मामले (आरसी-38/2022/एनआईए/डीएलआई) में आरोप पत्र दायर किया है। इस मामले में यह तीसरी चार्जशीट थी। अब तक 21 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया जा चुका है। एनआईए के मुताबिक, यह आरोप-पत्र, आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ को नष्ट करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। एनआईए द्वारा भारत के कई राज्यों और दूसरे देशों में फैले आतंकी व अपराध नेटवर्क को नष्ट करने में जुटा है।