विरासत गलियारा: गोरखपुर में सड़क चौड़ीकरण के विरोध में सड़क पर उतरे दुकानदार, निकाला जुलूस

Alisba
विरासत गलियारा का प्रस्ताव पहले ही शासन को भेजा जा चुका है। इसके लिए सड़कें कितनी चौड़ी होगी, इसकी नापजोख भी हो चुकी है। पांडेयहाता व घंटाघर में सड़कें इतनी संकरी हैं कि सड़क के किनारे स्थित दुकानों को तोड़े बिना सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हो सकता।
गोरखपुर में धर्मशाला से घंटाघर तक बनने वाले विरासत गलियारा के अंतर्गत सड़क चौड़ीकरण के विरोध में शुक्रवार को दुकानदार सड़क पर उतर गए। पांडेयहाता से नार्मल चौक तक के करीब दो सौ दुकानदारों ने विरोध जताते हुए अपनी-अपनी दुकानें बंद रख घंटाघर चौराहे से लेकर नार्मल तिराहे तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।
नार्मल चौक से घंटाघर तक विरासत गलियारे की जद में करीब 300 दुकानें आ रही हैं। व्यापारी, विरासत गलियारे का विरोध कर रहे हैं, लेकिन उन्हें किसी व्यापारी संगठन का समर्थन नहीं मिल रहा है। ऐसे में दुकानदारों ने बृहस्पतिवार की शाम बैठक कर शुक्रवार की बंदी की योजना बनाई और शाम को सड़क किनारे के दुकानदारों को बंदी के लिए राजी किया।
इसका नतीजा यह रहा कि शुक्रवार को सड़क किनारे के ज्यादातर दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। सुबह व्यापारी सड़क पर उतरे और पांडेयहाता से नार्मल चौराहे तक शांतिपूर्वक जुलूस निकालते हुए विरासत गलियारे का विरोध किया। व्यापारियों ने दोपहर करीब दो बजे तक अपनी दुकानें बंद रखीं। इसके बाद सभी दुकानें खुल गईं। जुलूस में अनुराग गुप्ता, वीरू सिंह, शरद सिंह, लवकुश पटवा, अंशु गुप्ता आदि शामिल रहे।
किसी व्यापारी संगठन का नहीं मिला समर्थन
दुकानदारों की इस बंदी का किसी व्यापारी संगठन का समर्थन नहीं मिला है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि विरोध किसी समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत के माध्यम से ही किसी समस्या का समाधान हो सकता है। इसको लेकर हम लोगों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा है।