Gorakhpur News: पहले लाउंड्री शिफ्ट होगी, फिर होगा मुख्य भवन का निर्माण कार्य

Alisba
फरवरी में हर हाल में काम शुरू करने का एजेंसी को दिया गया है निर्देश
अमर उजाला ब्यूरो
गोरखपुर। एक सप्ताह में ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण का कार्य आरंभ हो जाएगा। इसकी शुरुआत प्लेटफार्म नंबर नौ के सामने स्थित लाउंड्री के लिए नया भवन बनाने से होगा। इसके साथ ही प्लेटफार्म नंबर एक पर शुरू होने वाले कार्य की रूपरेखा बनाने, मजदूरों के लिए वैकल्पिक आवास, निर्माण सामग्री व मशीनरी रखने की जगह भी तय होगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के 139 साल पुराने गोरखपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कराया जाना है। इस पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। बीते जुलाई में प्रधानमंत्री ने इसका शिलान्यास किया था। स्टेशन के नए भवन में गोरखनाथ मंदिर समेत कई महत्वपूर्ण इमारतों का अक्श दिखेगा। कई प्लेटफार्म ऐसे होंगे, जिनके ऊपर होटल रेस्त्रां और शापिंग मॉल भी होगा। यात्री शापिंग माल से सीधे प्लेटफार्म तक आ-जा सकेंगे।
इसके अलावा रोडवेज बस डिपो से एक फुट ब्रिज भी सीधे रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगा, जिससे कि यात्रियों को आने-जाने में सुविधा मिले। गाड़ियों के लिए मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जाएगी। इसके अलावा प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के लिए भी जगह आवंटित होगी, जो प्लेटफार्म नंबर एक के नजदीक होगा।
इन सबके निर्माण का जिम्मा दक्षिण भारत की एक एजेंसी को सौंपा गया है। इस एजेंसी को 31 जनवरी तक कार्य आरंभ कराने का समय दिया गया है। उम्मीद है कि फरवरी के पहले सप्ताह में कार्य आरंभ हो जाएगा।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि कार्यदाई एजेंसी ने अभी जो अपनी योजना रेलवे को दी है, उसके अनुसार सबसे पहले प्लेटफार्म नंबर नौ के सामने स्थित लाउंड्री के लिए नई बिल्डिंग बनाकर उसे शिफ्ट किया जाएगा। क्योंकि अभी जिस जगह पर लाउंड्री है, वहां नए डिजाइन में सेकेंड इंट्री गेट प्रस्तावित है।
मुख्य भवन और आगे बढ़ेगा
स्टेशन पर जो नया भवन बनना है, वह वर्तमान मुख्य भवन से आगे बढ़कर बनाया जाएगा। मतलब यह कि अभी जहां सड़क चल रही है, वहां तक नया भवन बनेगा। इसके अलावा अभी जहां वाहनों की पार्किंग हो रही है, वह भविष्य में सर्कुलेटिंग एरिया के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। स्टेशन के गेट नंबर एक के पास वाहनों के पार्किंग के लिए बहु मंजिली इमारत बनेगी। गेट नंबर तीन के पास रोडवेज बस स्टेशन से आने वाला फुट ब्रिज मेन स्टेशन भवन से जुड़ेगा। इस बदलाव का असर यह होगा कि स्टेशन पर एक नया प्लेटफार्म और बढ़ जाएगा। अभी स्टेशन पर हर दिन करीब 95 हजार यात्रियों का आना जाना है। नया स्टेशन भवन वर्ष 2050 को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। तब यहां हर दिन करीब एक लाख 65 हजार यात्रियों का आना-जाना रहेगा।
पूर्वी छोर पर बनेगी बहुमंजिली इमारत
स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू होने पर वर्तमान स्टेशन व प्लेटफार्मों पर सामान्य आवागमन बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी होगा निर्माण सामग्री, मशीनरी और मजदूरों के लिए स्थान। अभी जो चर्चा हो रही है, उसके अनुसार गेट नंबर एक से पूरब तरफ यांत्रिक कार्यालय के पास वाले मोड़ तक पुराने भवनों को हटाया जाएगा। भविष्य में यह सारी जगह नए स्टेशन परिसर में शामिल हो जाएगी। पूर्वी किनारे पर एक बहुमंजिली इमारत बनाई जाएगी, जिसमें नए निर्माण से प्रभावित होने वाले दफ्तरों को शिफ्ट कर दिया जाएगा।
कोट
निर्माण कार्य फरवरी में आरंभ हो जाएगा। कहां क्या निर्माण कार्य होना है, उसकी डिजाइन पहले से ही तय हो चुकी है। निर्माण सामग्री और मशीनरी रखने और निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के रहने का वैकल्पिक स्थान अभी तय किया जाना बाकी है। इस पर भी जल्दी ही निर्णय हो जाएगा। प्रयास है कि निर्माण कार्य के चलते स्टेशन आने-जाने वाले यात्रियों को कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े।