Chirag Paswan: चाचा पशुपति पारस फिर आएंगे NDA में? चिराग पासवान ने दे दिया बड़ा हिंट, बोले- गठबंधन के भीतर…

Bihar Politics चिराग पासवान ने पशुपति पारस के दोबारा से एनडीए ज्वाइन करने के सवाल पर क्लियर कट जवाब दिया है। चिराग ने कहा है कि उनके चाचा पशुपति पारस ने पहले पार्टी और परिवार से अलग होने का फैसला खुद ही किया था। गठबंधन के भीतर उनकी क्या बात हुई वो मैं नहीं जानता लेकिन आगे का फैसला वही करेंगे।
पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया है। एनडीए ने लोकसभा चुनाव में पारस की पार्टी को एक भी सीट नहीं दी, जिसके बाद बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला। एनडीए ने चिराग की पार्टी को तो पांच सीटें दी, लेकिन पारस की पार्टी को शून्य दिखाया।
एनडीए में ‘सम्मान’ नहीं मिलने पर पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यहां तक एलान कर दिया कि वो हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इसी सीट से उनके भतीजे चिराग पासवान भी चुनावी मैदान में हैं। वहीं, होली के दिन जब चिराग ने पत्रकारों से बातचीत की तो पारस भी बयान दिया।
क्या फिर NDA में पारस? ये बोले चिराग पासवान
क्या पशुपति पारस फिर एनडीए में आएंगे? पत्रकारों के इस सवाल पर चिराग पासवान क्लियर कट जवाब दिया। उन्होंने कहा, “देखिए ये गठबंधन के भीतर करने की बातें थी। उनकी गठबंधन के भीतर क्या बात हुई वो मैं नहीं जानता। मेरी जानकारी में कुछ नहीं है”।चिराग ने आगे कहा कि पार्टी और परिवार से अलग होने का फैसला उस वक्त भी उन्हीं का था, अब आगे क्या करना है ये फैसला भी वही लेंगे। इसके बाद चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार का भी धन्यवाद किया।
नीतीश कुमार पर सॉफ्ट हुए चिराग पासवान!
लोकसभा चुनाव में एनडीए ने चिराग को 5 सीटें दी है। उन्होंने कहा कि मैं आदरणीय नरेंद्र मोदी जी का आभार प्रकट करता हूं। पीएम मोदी ने गठबंधन के हर एक साथी को सम्मान देने का काम किया, मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और गठबंधन के अन्य साथियों का धन्यवाद करता हूं”।
चिराग ने कहा कि गठबंधन में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को सम्मान दिया गया है। ये सम्मान हमारी पार्टी के कार्यकर्ता के संघर्ष उनके धैर्य को मिला है। मैं हर कार्यकर्ता का सम्मान करता हूं। पूरा विश्वास है कि 40 की 40 सीटें हम जीतेंगे।
नीतीश की पार्टी से कई नेता इस्तीफा दे चुके हैं? पत्रकारों के इस सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि चुनाव के वक्त ऐसी बातें होती रहती हैं, कुछ नेता अपनी महत्वकांक्षाओं के लिए इधर से उधर होते रहते हैं। चुनाव के वक्त ये शुरू से रहा है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।