प्रशासनिक समिति की फर्जी बैठक करके पंचायत सहायक को किया मुक्त
मामला संज्ञान में आने के बाद समिति के सदस्यों ने की शिकायत

ब्यूरो चीफ हमीरपुर
हरीशराज चक्रवर्ती
हमीरपुर। ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिव ने बगैर प्रशासनिक समिति की बैठक किए फर्जी ढंग से सदस्यों के हस्ताक्षर बनाकर पंचायत सहायक की सेवा समाप्त कर दी। मामला संज्ञान पर आने के बाद प्रशासनिक समिति के चार सदस्यों के साथ ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी एवं ब्लाक प्रमुख से की है। जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।
सुमेरपुर विकासखंड की स्वासा बुजुर्ग ग्राम पंचायत के प्रशासनिक समिति के सदस्य अनीता देवी, अनुराधा प्रजापति, सुमन देवी, घसीटा के अलावा ग्रामीण महेंद्र पाल, राजकुमार, संध्या देवी, शिवकुमार सिंह सेंगर, गोविंद, कमलेश सिंह, चंद्रपाल आदि ने जिलाधिकारी एवं ब्लाक प्रमुख जयनारायण सिंह यादव को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि बीते 18 अक्टूबर को पंचायत सचिव मनोज गुप्ता ने कार्यवाही रजिस्टर में फर्जी बैठक दिखाकर पंचायत सहायक शालिनी देवी की सेवा समाप्त कर दी है।
सदस्यों का आरोप है कि 18 अक्टूबर को पंचायत भवन में कोई बैठक नहीं की गई है। न ही बैठक की सूचना सदस्यों को दी गई है। लिहाजा पंचायत सहायक को हटाने के लिए की गई कार्रवाई फर्जी है। सदस्यों का आरोप है कि पंचायत सचिव मनोज गुप्ता ने दबंगों के दबाव में आकर फर्जी कार्यवाही की है। ग्राम पंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी के अलावा ब्लाक प्रमुख से पंचायत सचिव के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। जिलाधिकारी राहुल पांडे ने जांच के आदेश दिए हैं।