नोटों से भरा बैग लेकर सिपाही पहुंचा होटल, दरवाजा खटखटाया, पीछे से आ गई पुलिस, और फिर.

Alisba
Varanasi Lates News: वाराणसी में एक पुलिसकर्मी ने पहले तो वर्दी उतारी और फिर नौकर के कपड़े पहने. फिर कंधे में नोटों से भरा लेकर एक खास मिशन पर निकल पड़ा. फोन पर पल-पल उसे निर्देश दिए जा रहे थे. इसी बीच पुलिसकर्मी एक होटल में पहुंचा. पूरी कहानी फिल्मी स्टाइल में घटित हुई. आइये जानते हैं फिर क्या हुआ..
वाराणसी में पुलिस ने फिरौती मांगने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तारी को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया. बड़ी बात ये है कि दोनों अपराधियों ने फिल्मी अंदाज में ही फिरौती की रकम मांगी थी लेकिन पुलिस की सूझबूझ से पीड़ित परिवार को न्याय मिल सका और अपराधी शिकंजे में आ गए.
दरअसल, कहानी की शुरुआत बिल्कुल फिल्मी अंदाज में हुई. वाराणसी के सिगरा क्षेत्र के रहने वाले अंकित मेहरा नाम के व्यापारी के पास एक कॉल आता है, जिसमें परिवार को कहा जाता है कि 50 लख रुपये दे दो वर्ना पूरे परिवार को जान से मार दिया जाएगा. इसके बाद रंगदारी मांगने वाला कहता है कि तुम्हें फिर से फोन किया जाएगा और रुपये तैयार रखना, जहां बताया जाएगा वहां रुपये भेज देना. पीड़ित व्यापारी तत्काल सिगरा थाने पर पहुंचा और पुलिस से पूरी आपबीती सुनाई. पुलिस भी तत्काल सक्रिय हुई और मुकदमा पंजीकृत करके फोन कॉल को ट्रेस करना शुरू कर दिया.
इधर, फिरौती मांगने वालों ने परिवार को एक दिन बाद फिर फोन किया और कहा कि अपने नौकर से 50 लाख रुपये लेकर रामनगर भेज दो. इसके बाद पुलिस नौकर के हाथ से 50 लख रुपये भेज देती है लेकिन बीच में ही पुलिस नौकर को रोककर एक सिपाही को भेष बदलकर बदमाशों के पास रुपये लेकर भेज देती है. भेष बदलकर सिपाही होटल में ठहरे बदमाश के पास गया. जैसे ही रुपयों का बैग लेने के लिए बदमाशों ने दरवाजा खोला, वैसे ही पुलिस चारों तरफ से गहरी बंदी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
डीसीपी आरएस गौतम ने बताया, ‘सिगरा पुलिस की टीम ने भारी सफलता हासिल करते हुए रंगदारी मांगने वाले दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त बाइक और 50 लाख रुपये के डमी नोट भी बरामद किए गए हैं. दोनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी ज्ञात किया जा रहा है. गिरफ्तार अभियुक्त पंकज पाठक चौक थाना क्षेत्र के घुघरानी गली बांसफाटक का जबकि प्रताप घोष भेलूपुर थाना क्षेत्र के सरायनंदन खोजवां का रहने वाला है.’
पूरी घटना में बड़ी बात यह रही कि पुलिस पूछताछ में पता चला रंगदारी मांगने वाले दोनों अपराधी व्यापारी के परिचित थे. दोनों ने व्यापारी से रुपये ऐंठने के लिए फिरौती की कहानी बनाई थी लेकिन पुलिस की सक्रियता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. अब आरोपी सलाखों के पीछे हैं.