Bihar Politics: नीतीश कुमार के वो कद्दावर नेता, जो लोकसभा की सियासी पिच पर पहली बार करेंगे बैटिंग

बिहार में सभी दल लोकसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियों को लगभग पूरा कर लिया है। अधिकांश सीटों पर कैंडीडेट का नाम भी फाइनल कर लिया है। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार भी पीछे नहीं है। उन्होंने अधिकांश सीटों पर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया है। हालांकि तीन नाम ऐसे भी हैं जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
पटना। चुनावी पिच पर जदयू के तीन खिलाड़ी पहली बार मैदान में उतर रहे। इन तीन में दो ऐसे हैं, जिनके पास विधानसभा या फिर विधान परिषद चुनाव का अनुभव है, पर लोकसभा चुनाव कभी नहीं लड़ा। वहीं एक के पास ताे किसी तरह के चुनाव का कोई अनुभव ही नहीं रहा, पर परिवार में चुनावी राजनीति का माहौल जरूर रहा है।
पुराने खिलाड़ियों का कोण यह है कि एक खिलाड़ी जीत की हैट्रिक लगाने के बाद फिर से मैदान में हैं, वहीं एक हैट्रिक पर हैं। यानी दो चुनाव वह जीत चुके हैं।
पहली बार लोकसभा चुनाव की जंग में दिखेंगे
विधान परिषद के सभापित देवेश चंद्र ठाकुर को जदयू ने सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है। वह लगातार विधान परिषद का चुनाव लड़ते रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी जीते हैं, पर लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने का यह उनका पहला अनुभव होगा।
इसी तरह किशनगंज से जदयू की टिकट पर मैदान में उतरे मुजाहिद आलम के लिए भी लोकसभा चुनाव में उतरने का पहला मौका है। वैसे वह जदयू की टिकट पर उस इलाके में स्थित एक विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं।
वहीं सिवान से जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ रहीं विजय लक्ष्मी कुशवाहा के लिए यह किसी भी तरह का पहला चुनाव है। उन्होंने अभी तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है। वैसे उनके परिवार में चुनावी राजनीति का माहौल रहा है। उनके पति विधायक रहे हैं।
कोई हैट्रिक पर तो कोई तीन जीत के बाद फिर से मैदान में
जदयू के एक प्रत्याशी हैट्रिक पर हैं। पूर्णिया से जदयू की टिकट पर मैदान में तीसरी बार संतोष कुशवाहा हैं। वर्ष 2014 व 2019 में वह जदयू के टिकट पर ही चुनाव जीत चुके हैंं।
वहीं नालंदा से जदयू के प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार चौथी बार मैदान में हैं। वह 2019 में ही जदयू के टिकट पर लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं।
दूसरी बार मैदान में दिखने वालों की संख्या दस
जदयू की टिकट पर दूसरी बार मैदान में उतरने वालों की संख्या दस है। इनमें मुंगेर से ललन सिंह, जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी, मधेपुरा से दिनेशचंद्र यादव, गोपालगंज से डॉ. आलोक कुमार सुमन, सुपौल से दिलेश्वर कामत, झंझारपुर से रामप्रीत मंडल, भागलपुर से अजय मंडल, बांका से गिरधारी यादव व वाल्मीकि नगर से सुनील कुमार का नाम शामिल है।