तालाब, कुआ की सफाई कराई जाए। जिसका जल स्तर सुधारा जा सके – योगी आदित्यनाथ

जस्ट एक्शन (ब्यूरो बलिया)
किरण शर्मा
गोरखपुर/बलिया |दो दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन 3 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पर्यावरण, प्रौद्योगिकी एवं सतत ग्रामीण विकास विषय पर प्रकाश डाला। इसके अलावा जहां उन्होंने कुआ तालाब की सफाई की बात की , वहीं नवीन तकनीकी के साथ-साथ पुरानी तकनीकी पर भी प्रकाश डाला। जल स्तर में सुधार के लिए किसान खेतों की परली को न जलाएं, बल्कि उसे घास कटर से छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खेत में ही सड़ाकर तैयार कर लें। हरी कंपोज खाद से पराली के धुएं से होने वाले वायु प्रदूषण को काफी हद तक रोका जा सकता है, देश में किसानों की उत्पादन की स्थिति भी दयनीय है, यह बात दिग्विजय स्नातोत्तर महाविद्यालय के सभागार में मुख्य अतिथि के साथ ही गोरखपुर सांसद रवि ने कही।
किशन जी, अध्यक्ष एमपी शिक्षा परिषद गोरखपुर प्रोफेसर यूपी सिंह, गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन जी, बीएचयू वाराणसी के प्रोफेसर वीए शर्मा, डीडीयू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एसके सिंह, प्राचार्य दिग्विजय नाथ पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर ओपी सिंह जी और देश के कोने-कोने से आए विद्वतजन, शोधार्थी, शिष्य आदि ने अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की।