एक था मुख्तार:कहीं खुशी कहीं गम

रजनीश कुमार प्रजापति ब्यूरो चीफ (जस्ट एक्शन)
गाजीपुर । माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत का समाचार मिलने मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया पूरी रात पुलिस बल सक्रियता के साथ भ्रमणशील रहा यद्यपि क्षेत्र में पूरी तरह अमन जैन और शांति व्यवस्था कायम है बावजूद इसके रमजान के महीने में जुम्मे की नमाज की दृष्टिगत शुक्रवार को फखनपुरा ,मच्छटी, रानीपुर तथा महेशपुर (प्रथम) सहित अन्य गांव की मस्जिदों में नमाज के समय पुलिस बल तैनात रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर कुंडेसर माढ़ूपुर मोड़ के पास बैरियर लगाने के साथ-साथ पुलिस बल्कि भी ड्यूटी लगाई गई है। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के मौत पर क्षेत्र में अपने-अपने ढंग से लोगों में भिन्न भिन्न प्रकार की प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। एक समुदाय विशेष के अधिकांश लोग जहां मुख्तार अंसारी के मौत पर गमगीन हैं , इसके अलावा अन्य दूसरे लोग जिनको मुख्तार अंसारी से निजी स्वार्थ की सिद्धि हो जाती थी ,वे लोग भी मन ही मन दुखी हैं लेकिन मुख्तार अंसारी की छत्रछाया में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जिनको शारीरिक मानसिक अथवा आर्थिक क्षति पहुंचाई गई, जिन माताओं ने अपने लाडलो को खो दिया, जिन बहनों और भाइयों ने अपने भाई को जिन पत्नियों ने अपने सौभाग्य स्वरूप पतियों को खो दिया उन्हें मुख्तार अंसारी की मौत पर आत्मसंतुष्टि मिली है उनका कहना है कि ईश्वर के हाथ देर होती है अंधेर नहीं। 29 नवंबर वर्ष 2005 में बसनियां के पास ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर विधायक कृष्णानंद राय तथा उनक छह अन्य साथियों को मौत के घाट उतार दिया गया था उनके स्वजन ने भी मुख्तार अंसारी की मौत को ईश्वर द्वारा किए गए न्याय की संज्ञा दी जा रही है। विधायक कृष्णानंद राय के साथ मेरे पिता शेषनाथ पटेल भी गाड़ी में बैठे हुए थे आतताइयों द्वारा वसनीया के पास चलाई गई ताबड़तोड़ गोलियों से मौत की घाट उतार दिये जाने वाले विधायक कृष्णानंद राय व उनके अन्य साथियों में मेरे पिता शेषनाथ पटेल भी शामिल थे उस समय मैं बच्चा था। मुख्तार अंसारी की मौत से मुझे खुशी है और ऐसा लगता है भले ही देर हुआ लेकिन ईश्वर द्वारा उसे मामले में न्याय किया गया। दीशु पटेल पुत्र स्वर्गीय शेषनाथ पटेल ग्राम पंचायत – शाहपुर उर्फ माधोपुर (नवपुरा) भांवरकोल ,गाजीपुर। मुख्तार अंसारी की मौत पीड़ित परिवारों की को ईश्वर द्वारा दी गई न्याय है। अब तक माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अन्य परिवारों को ही दुख दिया गया, अब मुख्तार अंसारी के मौत से उनके परिवार पत्नी बच्चों को पता चलेगा की पति की मौत का कितना दर्द होता है। श्रीमती प्रेमलता राय पत्नी स्वर्गीय रमेश नारायण राय लोचाइन ,भांवरकोल (गाजीपुर) मुख्तार अंसारी की मौत विधायक स्वर्गीय कृष्णानंद राय व उनके सहयोगियों की मौत से आहत परिवार के प्रति ईश्वर द्वारा किया गया न्याय है। बसनीय के पास गोलियों की बौछार कर विधायक कृष्णानंद राय सहित जिन लोगों को मौत के घाट उतारा गया था उनमें हमारे छोटे भाई अखिलेश कुमार राय भी थे। जवानी में हुई अखिलेश राय की हत्या ने पूरे परिवार को झांकी छोड़कर रख दिया उसे सदमे से परिवार आज तक उबर नहीं पाया है। कौशलेश कुमार राय ( विधायक कृष्णानंद राय के साथ मारे गये लोगों में शामिल स्वर्गीय अखिलेश कुमार राय के बड़े भाई) फिरोजपुर भांवरकोल ,गाजीपुर ।