Wrestling Controversy: चुनाव के 24 घंटे बाद ही अध्यक्ष-महासचिव आमने-सामने, इस मामले को लेकर हुआ विवाद

लोचब के मुताबिक चैंपियनशिप आवंटित करने में नियमों का पालन नहीं किया गया। फैसला कार्यकारिणी ले सकती है और फैसले महासचिव के जरिए लिए जाने चाहिए
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव के 24 घंटे बाद ही अध्यक्ष संजय सिंह और अनीता श्योराण गुट से चुने गए महासचिव प्रेमचंद लोचब आमने-सामने आ गए। लोचब ने शुक्रवार को अध्यक्ष को लिखे पत्र में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप नंदिनी नगर में कराए जाने पर सवाल उठा दिए।
लोचब के मुताबिक चैंपियनशिप आवंटित करने में नियमों का पालन नहीं किया गया। फैसला कार्यकारिणी ले सकती है और फैसले महासचिव के जरिए लिए जाने चाहिए। लोचब चुनाव के तुरंत बाद हुई नए पदाधिकारियों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
लोचब ने लिखा है कि कुछ राज्यों ने चैंपियनशिप के आवंटन पर आपत्ति जताई है। वहीं संजय सिंह का कहना है कि फैसले पहलवानों के हितों को ध्यान में रखकर लिए गए हैं। कोई नियम नहीं तोड़ा गया है। कुश्ती संघ के संविधान के अनुसार अध्यक्ष को फैसले लेने के अधिकार है और महासचिव इसे मानने के लिए बाध्य हैं।